प्रशिक्षण में भारत के 144 जबकि चीन के 144 सैनिक भाग ले रहे हैं, जो 23 अक्टूबर तक चलेगा।
प्रशिक्षण तीन चरणों (आयुध प्रदर्शन व सैन्य प्रदर्शन, सैन्य प्रशिक्षण व एकीकृत अभ्यास) में हो रहा है।
आयुध प्रदर्शन के तहत हल्के हथियारों व सैन्य अभियांत्रिकी व लॉजिस्टिक के उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा। जबकि प्रदर्शन में गोलीबारी, समूह रणनीति व निहत्थे लड़ाई का प्रदर्शन होगा।
दूसरे चरण के तहत सैनिकों को आतंकवाद से निपटने की रणनीति, मानवीय सहायता व आपदा राहत संचार का प्रशिक्षण दिया जाएगा। एकीकृत अभ्यास के तहत दोनों पक्ष संयुक्त पैंतरेबाजी का अभ्यास करेंगे।
चीनी सेना के चेंगदू मिलिट्री एरिया कमान के उप कमांडर झोउ शियाओझोउ ने कहा कि अभ्यास का उद्देश्य चीन-भारत सैन्य संचार व परस्पर विश्वास को बढ़ावा देना है।
झोउ ने कहा कि इसके निशाने पर कोई तीसरा पक्ष नहीं है और यह किसी क्षेत्रीय लड़ाई से नहीं जुड़ा है।
दोनों देशों की सेनाओं के बीच यह अपनी तरह का पांचवां सैन्य अभ्यास है और तीसरी बार चीन में हो रहा है।