इस्लामाबाद, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। पाकिस्तान के एक शीर्ष अधिकारी का आरोप है कि भारत की खुफिया एजेंसी रॉ चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) को नुकसान पहुंचाना चाहती है और इसके लिए उसने दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में एक विशेष इकाई की स्थापना की है। वह अपने उद्देश्यों को अंजाम देने के लिए अफगानिस्तान से अपनी योजना का संचालन कर रही है।
रक्षा सचिव आलम खट्टक ने बुधवार को कहा, “रॉ तथा अफगानिस्तान के एनडीएस (नेशनल डायरेक्टोरेट ऑफ सिक्योरिटी-इंटेलीजेंस एजेंसी) ने भारत के तीन भारतीय महावाणिज्यदूतावासों जलालाबाद, कंधार तथा मजार-ए-शरीफ के माध्यम से पाकिस्तान के खिलाफ एक संयुक्त खुफिया अभियान शुरू किया है।”
उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान में स्थित तीन महावाणिज्यदूतावास पाकिस्तान के एफएटीए (संघ प्रशासित कबायली क्षेत्रों), बलूचिस्तान तथा कराची में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एजेंटों को हथियार, धन, प्रशिक्षण तथा अन्य सैन्य सहायता मुहैया करा रहे हैं।”
‘डान’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने ये टिप्पणियां संसद भवन में सीनेट डिफेंस कमेटी के समक्ष ब्रीफिंग के दौरान की।
रक्षा सचिव ने यह भी कहा कि रॉ ने पाकिस्तान विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए एनडीएस मुख्यालय में भी एक इकाई की स्थापना की है।
बलूचिस्तान में कथित रॉ एजेंट कुलभूषण यादव की हालिया गिरफ्तारी की ओर संकेत करते हुए खट्टक ने कहा कि समूचे नेटवर्क को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने ध्वस्त कर दिया है।
कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने यादव की बलूचिस्तान के चमन में बीते सप्ताह एक खुफिया छापेमारी के दौरान गिरफ्तारी की घोषणा की थी।
यादव को बाद में पूछताछ के लिए इस्लामाबाद भेज दिया गया।