बीजिंग, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)। चीन द्वारा स्वतंत्र रूप से विकसित इबोला टीका सिएरा लियोन में दूसरे चरण के चिकित्सा परीक्षण में प्रवेश कर गया है। इस टीके का विदेश में पहला परीक्षण है।
चीन निर्मित इबोला टीके की तीन प्रमुख खूबियां हैं। पहला, यह टीका साल 2014 में पश्चिम अफ्रीका में फैले इबोला प्रकोप के लिए जिम्मेदार विषाणु पर आधारित है।
अबतक मौजूद इबोला के सभी टीके साल 1976 में कांगो में फैले इबोला प्रकोप के विषाणु पर आधारित थे।
दूसरा, यह टीका सूखे पाउडर के रूप में है, जिसे 37 डिग्री सेल्सियस तापमान पर कम से कम दो सप्ताह तक रखा जा सकता है। यह उष्ण कटिबंधीय पश्चिम अफ्रीकी क्षेत्र के लिए उपयुक्त रहेगा और व्यापक तौर पर निर्माण किया जा सकेगा।
तीसरा, परीक्षण के दौरान यह सुरक्षित और प्रभावी पाया गया है।
मानवों पर किए गए चीन निर्मित इबोला टीके के पहले दौर के परीक्षण के दौरान यह सुरक्षित पाया गया है।
टीके का चिकित्सा परीक्षण रविवार को शुरू हो गया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, पश्चिम अफ्रीका में इबोला विषाणु अब तक 11 हजार से अधिक लोगों की जान ले चुका है।