बीजिंग, 23 मई – अंतरराष्ट्रीय जैव-विविधता दिवस के मौैके पर इस साल का विषय प्राकृतिक तरीकों से सभी जीवन का पोषण करना है। जैव-विविधता मानव अस्तित्व व विकास और मनुष्य एवं प्रकृति के बीच सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व का महत्वपूर्ण आधार है। पिछले कुछ सालों में चीन ने जैव-विविधता संरक्षण पर अधिक नीतियां और उपाय अपनाए। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने व्यापक रूप से स्वीकार किया है कि चीनी जैव-विविधता के संरक्षण कार्य में स्पष्ट परिणाम आए हैं। चीन दुनिया में जैविक प्रजातियों की सबसे अधिक वाले देशों में से एक है। चीन पारिस्थितिक सभ्यता के निर्माण पर ध्यान देता है।
जिम्मेदार देश के रूप में चीन जैविक विविधता संबंधी कन्वेंशन (सीबीडी) और उसके प्रोटोकॉल का पालन करता है। सीबीडी की कार्यवाहक कार्यकारी सचिव एलिजाबेथ मुरमा ने कहा कि सीबीडी का पक्षकार बनने से चीन जैव-विविधता संरक्षण पर काफी ध्यान देता है। चीन ने संबंधित कदम उठाये और उल्लेखनीय उपलब्धि पायी।
पारिस्थितिक सभ्यता की अवधारणा को लागू करने के लिए हरित विकास को बढ़ाने की जरूरत है। हरित विकास का महत्वपूर्ण भाग जैव-विविधता संरक्षण है। चीन के उप विदेश मंत्री लुओ चाओहुई ने कहा कि संबंधित विचारों के आधार पर हरित ह्लबेल्ट एंड रोडह्व ने व्यापक उपाय उठाए और सदस्य देशों की जैव-विविधता संरक्षण, आर्थिक व सामाजिक विकास और पृथ्वी पर जीवन समुदाय की रक्षा का सक्रिय योगदान किया।
पता चला है कि इस साल सीबीडी के प्रतिनिधियों का पंद्रहवां सम्मेलन चीन के युन्नान प्रांत के खुनमिंग शहर में आयोजित होगा। इस समय प्रतिनिधि अगले दस साल में वैश्विक जैव विविधता संरक्षण के लक्ष्य और रणनीति तैयार करेंगे। साथ ही वैश्विक जैव विविधता संरक्षण का खाका खींचेंगे।