पीपीआई कारखानों में वस्तुओं के उत्पादन पर आने वाली लागत को दर्शाता है। सालाना आधार पर जुलाई में पीपीआई में 5.4 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो 2009 के बाद से अब तक का सबसे निचला स्तर है। इसमें लगातार 41वें महीने गिरावट दर्ज हुई है। विशेष रूप से उत्पादन सामग्रियों की कीमतें 6.9 प्रतिशत घटी है और उपभोक्ता वस्तुओं की कीमत में 0.3 प्रतिशत की गिरावट आई है।
साल के शुरुआती सात महीनों में पीपीआई में सालाना आधार पर 4.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है। माह-दर-माह आधार पर जुलाई में सूचकांक में 0.7 प्रतिशत की गिरावट आई है।
एनबीएस के सांख्यिकीविद् यू क्यूमे ने औद्योगिक उत्पादों की कीमतों में गिरावट और तेल व प्राकृतिक गैस उत्पादन की लागत में कमी को पीपीआई में गिरावट का कारण बताया है।
एचएसबीसी में चीन के मुख्य अर्थशास्त्री क्यू होंगबिन के मुताबिक, “घरेलू मांग सुस्त बनी हुई है और कमोडिटी कीमतों में गिरावट जारी है। चीन में अभी भी कीमतें घटने का खतरा बना हुआ है।”
जुलाई में चीन के आयात में 8.6 प्रतिशत की गिरावट रही। वहीं, निर्यात में भी 8.9 प्रतिशत की गिरावट रही।