समाचार एजेंसी रिया नोवोस्ती ने मेदवेदेव के हवाले से कहा, “सिल्क रोड बेल्ट परियोजना हमारे लिए प्रतिद्वंद्वी नहीं, बल्कि कुछ हद तक यह एक साझीदारी परियोजना है, जिसपर हमने अपने चीनी समकक्ष के साथ सहमति जताई है।”
उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष पहल को रूस के नेतृत्व वाले यूरेशियाई आर्थिक संघ (ईईयू) परियोजना के साथ एक करने के लिए सहमति जता चुके हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि ऐसा करना ईईयू के प्रत्येक सदस्य के लिए लाभकारी होगा। इस समूह में रूस, कजाकिस्तान, बेलारूस, किर्गिजस्तान तथा अर्मेनिया शामिल हैं।
इससे पहले दिन में मेदवेदेव विवादित कुरील द्वीप पहुंचे।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा साल 2013 में प्रस्तावित ‘सिल्क रोड इकोनॉमिक बेल्ट’ और ’21वीं सदी का सामुद्रिक सिल्क परिवहन मार्ग’ प्रस्तावित किया गया था। पूर्वी एशिया और यूरोप के बीच कारोबार और अवसंरचनात्मक नेटवर्क स्थापित करने में बेहद अहम साबित होगा और पूरी तरह लाभकारी द्विपक्षीय समझौतों का अवसर मुहैया कराने वाला होगा।