अनिल सिंह(भोपाल)- केन्द्रीय खाद्य मंत्री रामविलास पासवान आज प्रेस कांफ्रेंस में पत्रकारों के प्रश्नों में फंस गए और उनके मुख से सच्चाई निकल ही गयी.उन्होंने कहा की चीनी मिल-मालिकों का दबाव उन पर बढ़ रहा है जिससे चीनी के दामों में वृद्धि की जाय.
रोजाना खाद्य-पदार्थों की कीमत देखते हैं लेकिन याद नहीं
पासवान ने कहा की वे रोजाना खाद्य पदार्थो की कीमत का अवलोकन करते हैं लेकिन उनसे जब आज की कीमत पूछी गयी तो उन्हें याद नहीं थी,चीनी मिल मालिक किन तथ्यों के आधार पर कीमत बढाने के लिए कह रहे हैं उसका आधार और कीमत तय करने का विवरण क्या है जब पूछा गया तो वे उसे टालते नजर आये.पासवान की प्रेस कांफ्रेस उनकी अपनी ब्रांडिंग को लेकर ही नजर आई इससे ज्यादा और कुछ नहीं.पासवान ने बताया की चीनी मिल मालिकों का दबाव है की उन्हें विशेष पैकेज दिया जाय वर्ना मिल बंद हो जायेंगी.
बिचौलिए अनाज सीमा पार से बेचते हैं पहले माना बाद में पलटे
पासवान अपने उद्बोधन में बिचौलियों की दखल मान गए लेकिन फिर उन्होंने उससे कन्नी काटनी शुरू की और गोल मोल जवाब देने लगे.पासवान ने उत्तरप्रदेश की सीमा से सस्ता अनाज मप्र की सीमा में लाकर महंगे में बेचने की बात मानी और दलालों के द्वारा फायदा उठाने को कहा लेकिन जब पत्रकारों ने इस सवाल पर प्रतिप्रश्न किये तो पासवान बात टालते नजर आये.
कुल मिलाकर यही नजर आया की सरकार पूंजीपतियों के दबाव में है और आम जन को लेकर उसे किसी भी किस्म का सरोकार नजर नहीं आ रहा दिखता है.