चीन में वित्तीय एवं आर्थिक मामलों के केंद्रीय अग्रणी समूह कार्यालय और पॉल्सन संस्थान की ओर से आर्थिक सहायता दी जा रही है, जिससे दोनों देशों के बीच जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए बनी सहमति का पता चलता है। इस कोष में चाइना स्टेट कंस्ट्रक्शन, चीन और वांके के औद्योगिक एवं व्यावसायिक बैंक, अमेरिका की कंपनियां वारबर्ग पिन्कस और डाउ केमिकल्स अनुदान दे रही हैं।
चीन के सबसे बड़े रियल एस्टेट डेवलेपर वांके के अध्यक्ष वांग शी ने कहा कि अमेरिका में इमारतों में ऊर्जा खपत कुल ऊर्जा खपत का लगभग 51 प्रतिशत है, जबकि चीन में यह दर लगभग 37 प्रतिशत है। चीन के मौजूदा शहरीकरण की वजह से यह संख्या बढ़ सकती है।
अमेरिका में बीजिंग के प्रतिनिधि कार्यालय पॉल्सन इंस्टीटूयूट के मुख्य प्रतिनिधि जेरी यू ने कहा कि इस कोष से चीनी बाजार में नवाचार उत्पादों के साथ इमारत ऊर्जा दक्षता में अमेरिकी विशेषज्ञता को बढ़ावा मिलेगा।