रूस की उराल पर्वतमाला के क्षेत्र में बसे वेल्याबिन्स्क प्रदेश में उपस्थित चिबिरकूल झील से 570 किलोग्राम का उल्कापिण्ड का एक बड़ा अंश निकाला गया है। यह बड़ा टुकड़ा कम से कम तीन हिस्सों में टूट गया है। उल्कापिण्ड का ठीक-ठीक वज़न पता नहीं लग पाया क्योंकि वह तराजू ही टूट गई, जिससे उसक वज़न मापा जा रहा था।
चेल्याबिन्स्क विश्वविद्यालय के एक प्रोफ़ेसर सेर्गेय ज़ामोज़द्रा ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि झील से निकाला गया पत्थर का यह टुकड़ा उल्कापिण्ड का अंश ही है। उन्होंने कहा कि इस टुकड़े की पपड़ी बड़ी मज़बूत है। यह जगह-जगह से पिचका हुआ है और इसमें लगा जंग भी साफ़ दिखाई दे रहा है।
यह उल्कापिण्ड का सबसे बड़ा अंश है। ऐसा लगता है कि उल्कापिण्ड का यह टुकड़ा दुनिया में उल्कापिण्डों के उन दस सबसे बड़े अंशों में शामिल हो जाएगा, जो अब तक पृथ्वी पर पाए गए हैं।
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