अदरक को चमकाने के लिए बड़े स्तर पर तेजाब का इस्तेमाल हो रहा है। जिससे सांस रोग से लेकर कैंसर जैसी बीमारियों के भी आप शिकार हो सकते हैं। डाक्टरों का कहना है कि यदि अदरक को चमकाने के लिए तेजाब का उपयोग किया जा रहा है तो इसका उपयोग बिल्कुल नहीं किया जाना चाहिए। यह धीमा जहर है।
अदरक की तेजाब की धुलाई की शिकायतें मिलने पर नगर निगम उत्तरी ने शालीमार बाग के एसडीएम को पत्र लिख कर इस पर तुरंत अंकुश लगाने के लिए कहा है। साथ ही निगम आयुक्त से भी बात की है कि इस बारे में निगम की ओर से जो भी कार्रवाई की जा सकती है तुरंत कदम उठाए जाएं।
यह तथ्य बेहद चौंकाने वाले हैं कि संबंधित विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से आजादपुर मंडी व मंडी के आसपास भडोला गांव, सराय पीपलथला झुगी बस्ती, स्वरूप नगर, शालीमार गांव आदि में बड़े स्तर पर अदरक की धुलाई का काम हो रहा है। आजादपुर मंडी के अंदर भी 40 लोग तेजाब से अदरक धुलते हैं। अदरक दूसरे रायों से ट्रकों में लाई जा रही है और धुलाई के बाद इसे चमकाया जाता है। अदरक की सफाई और इसमें चमक लाने के लिए तेजाब का उपयोग किया जा रहा है। यहां से धुलाई के बाद अदरक को दिल्ली में आपूर्ति किया जाता है और दूसरे रायों में भेजा जा रहा है। बड़े बड़े गोदाम हैं जहां से प्रतिदिन ट्रकों में अदरक बिक्री के लिए तैयार की जा रही है। अदरक की सफाई से निकलने वाले कचरे के कारण इन इलाके में पानी की निकासी की व्यवस्था चौपट है। इसकी धुलाई के लिए सैकड़ों अवैध भूमिगत समर्शिबल पंप लगे हुए हैं।
डॉक्टरों का कहना है कि यह धीमा जहर है। तेजाब से धुलाई के कारण अदरक के एंटी आक्सीडेंट समाप्त हो जाते हैं। तेजाब से धुली अदरक पेट में जाएगी तो मुंह व गले में छाले तथा पेट में अल्सर हो सकता है। सांस की बीमारी हो सकती है। यदि ऐसी अदरक लेने की प्रक्रिया लंबे समय तक जारी रहती है तो कैंसर भी हो सकता है।