अगरतला, 23 जनवरी (आईएएनएस)। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने कहा है कि पूर्वोत्तर भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार बढ़ाने के लिए चटगांव अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह के उपयोग संबंधी समझौते को अंतिम रूप दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री सरकार ने गुरुवार रात यहां कहा, “पूर्वोत्तर भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार बढ़ाने और आर्थिक वृद्धि के लिए चटगांव अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकता है। दोनों देशों की सरकारों को इस संबंध में समझौते को अवश्य ही अंतिम रूप देना चाहिए।”
चटगांव अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह दक्षिणपूर्वी बांग्लादेश में स्थित है।
एक बांग्लादेशी पत्रकार की तस्वीरों की प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए माणिक ने कहा, “अगर अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह को पूर्वोत्तर राज्यों द्वारा प्रयोग करने की अनुमति मिलती है, तो इससे दोनों देशों के बीच आर्थिक समृद्धि और यहां के नागरिकों में मित्रता और अधिक मजबूत होगी।”
चटगांव अंतर्राष्ट्रीय बंदरगाह दक्षिणी त्रिपुरा से 75 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह विश्व के सबसे पुराने समुद्री बंदरगाहों में से एक है। चटगांव विश्व में 10वां सबसे तेज गति से विकास करने वाला शहर है।
मुख्यमंत्री सरकार ने कहा, “पूर्वोत्तर राज्यों की सरकारें और व्यापारिक समुदाय, भारत के विभिन्न हिस्सों और विदेश में भारी मशीनरी और उत्पादों के आवागमन के लिए चटगांव बंदरगाह की अनुमति की मांग कर रहा है, ताकि लागत और समय बच सके।”
तीन दिवसीय प्रदर्शनी में चटगांव के 22 फोटो पत्रकारों की 44 तस्वीरों को प्रदर्शित किया जा रहा है। इसे भारतीय उच्चायुक्त और ढाका स्थित इंदिरा गांधी सांस्कृतिक केंद्र द्वारा प्रायोजित किया गया है।
प्रदर्शनी के संबंध में अपने संदेश में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा, “हमारे देशभक्त पत्रकार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश की सकारात्मक छवि बनाने के लिए अपनी सर्वश्रेष्ठ कोशिश करेंगे। इससे हमारा देश समृद्ध होगा।”