नई दिल्ली, 19 जनवरी (आईएएनएस)। घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में दिसंबर में 15.29 प्रतिशत वृद्धि हुई है। इस दौरान 64.40 लाख यात्रियों ने हवाई यात्रा की है, जबकि पिछले साल दिसंबर में हवाई यात्रा करने वालों की संख्या 55.86 लाख रही थी।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2014 में हवाई यात्रियों की संख्या 9.70 प्रतिशत बढ़ कर 673.83 लाख हो गई, जबकि 2013 में यह संख्या 614.26 लाख थी।
स्पाइसजेट की 31.95 प्रतिशत के साथ सबसे ज्यादा उड़ानें रद्द हुई। इसके बाद एयर इंडिया का 2.92 प्रतिशत घरेलू संचालन प्रभावित हुआ। जेट एयरवेज की 2.46 प्रतिशत, एयरएशिया इंडिया की 1.92 प्रतिशत, जेटलाइट की 1.80 प्रतिशत, इंडिगो की 1.38 प्रतिशत और गोएयर की 1.29 प्रतिशत उड़ानें रद्द हुईं।
बयान के मुताबिक, “दिसंबर 2014 में तय समय पर घरेलू एयरलाइंस की उड़ानों के रद्द होने की दर 6.99 प्रतिशत रही।”
उत्तर भारत में हवाईअड्डों पर कम दृश्यता की वजह से कुल रद्द दर उच्च रही है।
वित्तीय कठिनाइयों की वजह से स्पाइसजेट की उड़ानें बड़ी संख्या में रद्द हुई हैं।
इस महीने गोएयर के पास सबसे ज्यादा यात्रियों की शिकायतें दर्ज हुई हैं। समीक्षाधीन महीने के दौरान प्रति 10,000 व्यक्तियों पर 6.2 प्रतिशत शिकायतें आई हैं।
इसके बाद स्पाइसजेट के पास 3.1 प्रतिशत, एयर इंडिया के पास 2.1 प्रतिशत, एयरएशिया इंडिया के पास 1.8 प्रतिशत, जेट एयरवेज और जेटलाइट के पास संयुक्त रूप से 1.5 प्रतिशत, इंडिगो के पास एक प्रतिशत और एयर कोस्टा के पास 0.4 प्रतिशत शिकायतें दर्ज हुईं।
इस दौरान किफायती विमानन कंपनी इंडिगो की बाजार हिस्सेदारी 36.1 प्रतिशत के साथ सबसे अधिक रही। इसके बाद जेट एयरवेज 18.7 प्रतिशत, एयर इंडिया 18.6 प्रतिशत, स्पाइसजेट 10.4 प्रतिशत, गोएयर 9.3 प्रतिशत और जेटलाइट की बाजार हिस्सेदारी 4.6 प्रतिशत रही।
एयरएशिया इंडिया और एयर कोस्टा दोनों की बाजार हिस्सेदारी 1.1 प्रतिशत रही।
2014 में कुल बाजार हिस्सेदारी में भी इंडिगो 31.8 प्रतिशत के साथ शीर्ष पर रही। एयर इंडिया 18.4 प्रतिशत, जेट एयरवेज 17.4 प्रतिशत, स्पाइसजेट 17.4 प्रतिशत, गोएयर 9.2 प्रतिशत और जेटलाइट 4.3 प्रतिशत रही।
2014 में एयर कोस्टा की बाजार हिस्सेदारी 0.9 प्रतिशत और एयरएशिया इंडिया की बाजार हिस्सेदारी 0.5 प्रतिशत रही।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।