यूनेस्को कमिटी ऑन नेचर की सलाहकार संस्था इंटरनैशनल यूनियन फॉर कन्जर्वेशन ऑफ नेचर ने विश्व विरासत स्थल के दर्जे के लिए दुनिया भर के 12 प्राकृतिक और दूसरे स्थल नामांकित किए हैं। भारत का जीएचएनपी उनमें से एक है।
आईयूसीएन 15 से 25 जून के बीच कतर के दोहा में आयोजित होने वाली अपनी 38 वीं बैठक में अपनी सिफारिशें पेश करेगी। संस्था कई चर्चाओं और दूसरे कार्यक्रमों में दुनिया भर के प्राकृतिक आश्चर्यों के संरक्षण के लिए जरूरी कार्रवाई पर विचार विमर्श करेगी।
ग्रेट हिमालयन नैशनल पार्क संरक्षण क्षेत्र पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के सबसे खूबसूरत इलाकोें में से एक है। इसे अपनी शानदार जैव विविधता के लिए जाना जाता है। पिछले साल जीएचएनपी विश्व विरासत स्थल का दर्जा पाने से वंचित रह गया था।
जीएचएनपी हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में स्थित है और 754.4 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इसे राज्य सरकार ने 1999 में वन्यजीवन संरक्षण अधिनियम- 1972 के तहत राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया था। यहां हिम तेंदुए, एशियाई काले भालू और हिमालयी भूरे भालू जैसे कई लुप्तप्राय जीव जंतु पाए जाते हैं।