धवलीकर ने कहा है कि राज्य के नाइटक्लबों में लड़कियों के छोटी स्कर्ट पहनने पर रोक लगनी चाहिए।
उन्होंने कहा है, “लड़कियों की हर जगह मिनी स्कर्ट पहनने की आदत गोवा की संस्कृति में फिट नहीं बैठती। यह पश्चिमी परिधान है और भारतीय संस्कृति के अनुकूल नहीं है। इसे पहनकर स्थानीय लड़कियाँ बदचलन दिखाई देने लगती हैं। उन्होंने कहा कि स्त्रियों को बिकनी पहनकर समुद्र के किनारे बैठने पर भी रोक लगनी चाहिए। इससे स्त्रियों की सुरक्षा बढ़ेगी। अगर यह सब आगे भी जारी रहा तो क्या होगा? हमें इसकी इजाज़त नहीं देनी चाहिए। इसे रोका जाना चाहिए।
लेकिन सुदिन धवलीकर ने माना कि अगर कोई अपने घर-आँगन में बिकनी पहने तो उन्हें इसपर कोई ऐतराज नहीं है।