पणजी, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर से गोवा में उबर और ओला कैब सेवाओं को अनुमति देने की मांग संबंधी एक ई-पेटिशन वायरल हो गई है।
गोवा के टैक्सी माफिया से परेशान गोआ मूल के महेश सरदेसाई ने ई-अर्जी शुरू की है, जिस पर कुछ ही घंटों में 3,839 समर्थकों ने हस्ताक्षर कर दिए।
सरदेसाई ने चेंज डॉट ऑर्ग पर अपनी पेटिशन में कहा, “पर्यटन गोवा की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। दुनियाभर के और भारत के पर्यटक ओला और उबेर जैसी सेवाओं का प्रयोग करते हैं। गोवा के टैक्सी ड्राइवर कभी भी कानून के अनुसार टैक्सी मीटर का प्रयोग नहीं करते और अपनी सेवाओं के लिए अत्यधिक कीमत लेते हैं।”
गोवा की 7,000 पर्यटक टैक्सियों के चालकों पर अधिक किराया वसूलने, धमकाने और निरंकुश तरीके से टैक्सियां चलाने के आरोप लगते रहे हैं।
राज्य सरकार द्वारा किराया-मीटर प्रणाली को स्थापित करने और लागू करने के सभी प्रयास विफल हो चुके हैं।
ओला टैक्सी सेवाएं गोवा में 2014 में शुरू हुई थीं, लेकिन स्थानीय टैक्सी संचालकों के विरोध के बाद राज्य परिवहन ने ओला टैक्सी सेवा बंद कर दी।
सरदेसाई चाहते हैं कि इस बार पर्रिकर और निर्वाचित प्रतिनिधि टैक्सी ऑपरेटरों के दबाव में न आएं।
पेटिशन के अनुसार, “हम अपने निर्वाचित प्रतिनिधियों से हमें बेहतर विकल्प प्रदान करने का आग्रह करते हैं, जिससे हमारी खराब टैक्सी प्रणाली के स्थान पर नई प्रणाली हो जिसमें स्वस्थ प्रतियोगिता की भावना बढ़े और वे पर्यटकों और गोवावासियों से लूट खसोट करने वाले टैक्सी ठगों के दबाव में न आएं।”
सरदेसाई की इस पेटिशन को गोवा के निवासियों के साथ ही एनआरआई, पर्यटकों और गोवा के छात्र समुदाय का भी समर्थन मिला है।
मुंबई के एक वकील ने कहा, “गोवा में निजी टैक्सी सेवाओं के एकाधिकार को खत्म किया जाए।”