पणजी, 28 दिसम्बर – धर्मातरण और घरवापसी के मुद्दे पर संसद से लेकर सड़क तक देशव्यापी हंगामे के बीच गोवा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा कि ईसाई समुदाय से जुड़े लोग अगर घरवापसी चाहते हैं तो उन्हें यह सुविधा मुहैया कराई जाएगी। पुर्तगाल के शासनकाल के दौरान यहां के निवासियों का व्यापक तौर पर धर्मातरण किया गया था। गोवा में 15 वर्ष तक के किशोरों के लिए आयोजित आरएसएस के प्रशिक्षण शिविर से इतर कुछ चुनिंदा पत्रकारों के साथ बातचीत में शरद कुंटे ने कहा कि आरएसएस धर्मातरण में सक्रिय रूप से जुड़ा नहीं है बल्कि जो लोग घरवापसी करना चाहते हैं उन्हें यह सुविधा मुहैया करा रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर वे वापस अपने धर्म में लौटना चाहते हैं तो हम उनका स्वागत करते हैं।
उन्होंने कहा कि पुर्तगालियों ने हजारों हिंदुओं का धर्म परिवर्तन जबरन करवाया। वे अब हमारे साथ नहीं हैं लेकिन उनकी बाद की पीढ़ियां हमारे बीच हैं।
उल्लेखनीय है कि गोवा की आबादी करीब 15 लाख है जिसमें 26 फीसदी कैथोलिक हैं।
गोवा करीब 450 वर्षो तक पुर्तगाली शासन के अधीन रहा। 1961 में भारतीय सेना ने इसे आजाद कराया।