श्रीनगर, 17 सितम्बर (आईएएनएस)। राज्यसभा में विपक्ष के नेता और जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने गुरुवार को कहा कि अदालत द्वारा गोमांस पर रोक लगाने का आदेश एक संवेदनशील मुद्दा है। उन्होंने इस मुद्दे पर शांति और सहनशीलता की अपील की।
आजाद ने संवाददाताओं से कहा, “राज्य में गोमांस की बिक्री और गौवध और इसकी बिक्री पर अदालती रोक संवेदनशील मुद्दे हैं। लेकिन हमें इस पर भावुकता में आकर प्रतिक्रिया नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने कहा, “अदालत के आदेश पर गुस्सा जताने से पहले हमें यह सोचना चाहिए कि सुरंग के दूसरी तरफ (जम्मू क्षेत्र में) और देश के अन्य हिस्सों में इसका क्या अंजाम होगा।”
आजाद ने कहा, “आम तौर से जल्दबाजी में लिए गए फैसले और भावुकता में बहकर की गई प्रतिक्रियाएं सही नहीं होतीं। इसलिए मैं सभी से, खासकर युवाओं से, अपील करता हूं कि भावनाओं में बहने से बचें और राज्य के हर जिले की इच्छा को ध्यान में रखें।”
गौमांस पर रोक के खिलाफ कश्मीर में प्रदर्शन हुए हैं। अलगाववादी इस मुद्दे पर बंद बुला चुके हैं। उनका कहना है कि यह उनके धार्मिक मामलों में दखलंदाजी है।
बीते हफ्ते जम्मू एवं कश्मीर उच्च न्यायालय ने एक याचिका पर सुनवाई के दौरान राज्य पुलिस को आदेश दिया था कि वह गोवध और गोमांस की बिक्री पर सख्ती से रोक लगाए।