उत्तर प्रदेश हिंदू महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष दुर्गा शंकर वाजपेयी ने कहा, “नाथूराम गोडसे हिंदुत्व के रक्षक और हिंदू महासभा के आदर्श हैं। हम चाहते हैं कि कोई जमीन दान में दे दे। महासभा उस पर गोडसे की प्रतिमा लगाएगी, मंदिर बनाने का हमारा कोई इरादा नहीं है।”
उन्होंने कहा, “फिलहाल हमने सीतापुर में कोशिश की है, कई लोगों का आश्वासन मिला है, मगर अभी तक किसी ने महासभा को जमीन दान नहीं की है। हम सत्ता में आने पर सरकार से जमीन आवंटित करवाएंगे।”
वाजपेयी ने कहा, “बड़े शर्म की बात है कि आज भी हिंदू भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में कहीं भी पूरी तरह से आजाद व सुरक्षित नहीं है। मुसलमान लव जेहाद चलाकर जबरन धर्म परिवर्तन करा रहे हैं, लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुई है और घर वापसी पर हिंदू संगठनों को कटघरे में खड़ा किया जा रहा है।”
कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि महासभा हिंदुत्व की रक्षा के लिए भारत को हिंदू राष्ट्र का सम्मान दिलाने तक अपना संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने हिंदूवादी संगठनों से भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के संघर्ष में महासभा का साथ देने की अपील की।
उन्होंने बताया कि महासभा अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष सी.पी. कौशिक के नेतृत्व में जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेगा और 1947 में भारत-पाकिस्तान बंटवारे की सच्चाई का खुलासा करने की मांग करेगा।
वाजपेयी ने कहा, “महासभा हिंदुत्व के रक्षक नाथूराम गोडसे के सम्मान में 30 जनवरी को देशभर में शौर्य दिवस मानएगी और जनता को बताएगी कि क्यों और किन परिस्थितियों में गोडसे ने गांधी जी का वध कर अपनी आहुति दे दी।”
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।