व्यक्ति जब प्रगति करता है, तो उसकी प्रगति से जल कर उसके अपने ही उसके शत्रु बन जाते हैं और उसे सहयोग देने के स्थान पर वही उसके मार्ग को अवरूद्ध करने लग जाते हैं। ऐसे शत्रुओं से निपटना अत्यधिक कठिन होता है।
* ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए प्रात:काल सात बार हनुमान बाण का पाठ करें।
* हनुमान जी को लड्डू का भोग लगाएं।
* पांच लौंग पूजा स्थान में देशी कपूर के साथ जलाएं।
* फिर भस्म से तिलक करके बाहर जाए।
यह प्रयोग जीवन में समस्त शत्रुओं को परास्त करने में सक्षम होगा, वहीं इस यंत्र के माध्यम से आप अपनी मनोकामनाओं की भी पूर्ति करने में सक्षम होंगे।