मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कूनो पालपुर अभयारण्य में गुजरात राज्य से सिंह लाने की प्रक्रिया में आने वाली सभी बाधाएँ दूर करें ताकि मध्यप्रदेश में सिंह को बसाने का काम जल्दी शुरू हो सके। उन्होंने गिद्ध, बारहसिंघा और सोन चिड़िया को बचाने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये। श्री चौहान आज यहाँ मध्यप्रदेश राज्य वन्य-प्राणी बोर्ड की ग्यारहवीं बैठक को संबोधित कर रहे थे।
भोपाल : मुख्यमंत्री ने कान्हा एवं सतपुड़ा टाईगर रिजर्व को इंडिया बायो-डायवर्सिटी अवार्ड मिलने पर वन विभाग एवं संबंधित अमले को बधाई दी। उन्होंने पन्ना नेशनल पार्क में बाघों की संख्या बढ़ाने के प्रयोग को देश और विदेश के लिये अनोखा उदाहरण बताते हुए वन विभाग और परियोजना से जुड़े अमले की सराहना भी की।
मुख्यमंत्री ने पशु चिकित्सकों द्वारा पशुओं के इलाज के लिये उपयोग की जा रही दर्द निवारक दवा डिक्लोफिनेक से गिद्धों और अन्य पक्षियों पर होने वाले हानिकारक प्रभाव के संबंध में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि वन, पशुपालन और पंचायत विभाग मिलकर इस संबंध में प्रचार अभियान शुरू करें। विशेष ग्राम सभाओं के मंच का भी उपयोग करें।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के टाईगर रिजर्व से गाँवों के विस्थापन के कार्य में विस्थापित परिवारों की सहमति लेने और इस कार्य में केम्पा (क्षतिपूरक वनरोपण कोष प्रबंधन और नियोजन प्राधिकरण) के अंतर्गत उपलब्ध राशि का उपयोग करने को कहा। मुख्यमंत्री ने भारत सरकार और बाम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी द्वारा केरवा भोपाल में शुरू किये गये गिद्ध प्रजनन केन्द्र की पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि गिद्धों की प्रजाति को बचाना पर्यावरण के लिये जरूरी है।