आस-पास मौजूद लोगों की सूचना पर मौके पर आए रिश्तेदारों ने उसे उपचार के लिये आनन-फानन में जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां उसे भर्ती कर इलाज किया जा रहा है।
किशुनपुर कस्बा निवासी लगभग पचास वर्षीय दिलीप कुमार अग्निहोत्री गुजरात के सूरत शहर में रहकर प्राइवेट नौकरी करता है। वह नवरात्रि पूजा को लेकर अपने गांव जा रहा था। बताते हैं कि सूरत से कानपुर तक वह रेल मार्ग से आया और कानपुर स्टेशन पर उतरने के बाद भोर के करीब सवा 4 बजे रोडवेज बस स्टॉप कानपुर से फतेहपुर डिपो की यूपी 71बी 8740 में खागा की टिकट लेकर सवार हुआ था।
पीड़ित ने होश आने पर बताया कि उसके बगल में एक व्यक्ति बैठा था, जिसने उसे पानी पीने को दिया, प्यास के चलते उसकी बोतल से उसने पानी पी लिया फिर उसे कुछ होश नहीं रहा।
उसने बताया कि उसके पास एक अटैची थी जो लापता है। उसकी पैंट की जेब में 12 हजार रुपये रखे थे जो गायब हैं। जहरखुरानी गिरोह ने उसका बैग छोड़ दिया, जिसमें उसके कपड़े और नमकीन बिस्कुट वगैरह रखे थे।