गाजियाबाद, 26 मई (आईएएनएस)। गाजियाबाद के एक पर्वतारोही सागर कसाना ने विश्व के सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को फतह किया।
सागर के पिता अजब सिंह कसाना ने कहा कि सागर ने शिखर पर 22 मई की सुबह 10.15 बजे भारतीय ध्वज फहराया।
नोएडा कॉलेज ऑफ फिजिकल एजुकेशन में अंतिम वर्ष के छात्र सागर चार अप्रैल को गाजियाबाद से नेपाल के काठमांडू पहुंचे।
उनके पिता ने कहा कि सागर ने छह अप्रैल को काठमांडू से चलना शुरू किया और वह तीन मई को लुकला, फेकडेग, नेमच बाजर, टियागाबो चे मोनेस्ट्री, डिंगबोचे और लाबोचे होते हुए पहले आधार शिविर पहुंचे।
सागर ऑस्ट्रेलिया के क्रिक वुड, रूस के अलेक्जेंडर और बुल्गारिया के इवान टॉमो के साथ चार मई को तीसरे आधार शिविर पहुंचे। 18 दिनों तक वे चौथे आधार शिविर में रुके रहे, और वहां उन्होंने मौसम के अनुकूल होने का इंतजार किया।
सागर ने टेलीफोन पर आईएएनएस को बताया कि रास्ते में ऊंचाई पर पहुंचने पर बीमार होने के कारण टॉमो की मृत्यु हो गई। उसके बाद, दो अन्य पर्वतारोहियों ने आगे जाने से इंकार कर दिया और सागर को अकेले यात्रा करनी पड़ी।
सागर ने इससे पहले लेह, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश में पहाड़ों की चढ़ाई की है।
इसके अलावा यूरोप में माउंट अल्बुर्स, रूस और अफ्रीका में माउंट किलीमजारो में भी सागर चढ़ाई कर चुके हैं।