भोपाल :मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी के पीड़ित व्यक्ति श्री दशमत रावत से मुख्यमंत्री निवास में भेंट की। मुख्यमंत्री ने श्री दशमत के चरण पखार और तिलक कर शॉल-श्रीफल और श्री गणेश प्रतिमा भेंट की। उन्होंने घटना पर दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री दशमत के साथ स्वल्पाहार किया और परिवार की कुशल-क्षेम पूछी। उन्होंने श्री दशमत से कहा कि” आप मेरे साथी और भाई हो, मन दुखी है, यह आपकी पीड़ा बाँटने का प्रयास है, आपसे माफी भी माँगता हूँ, परिवार की जो भी जरूरत होगी उन्हें पूरा किया जाएगा। “मुख्यमंत्री ने श्री दशमत की पत्नी श्रीमती आशा रावत से भी फोन पर बातचीत की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा में कहा कि जनता ही मेरी भगवान है और जनता की सेवा भगवान की पूजा है। हम यह मानते हैं कि हर इंसान में भगवान निवास करते हैं, दरिद्र ही नारायण है। श्री दशमत के साथ हुए अन्याय से मेरा मन, दर्द और पीड़ा से भरा है। मन की व्यथा और पीड़ा को कम करने के लिए ही मैंने श्री दशमत को निवास बुलाकर उनके पैर धोए और पानी माथे से लगाया, जिससे मेरी व्यथा और दर्द कम हो सके।