नई दिल्ली, 26 जनवरी (आईएएनएस)। गणतंत्र दिवस के अवसर पर सोमवार को मेजर मुकुंद वरदराजन और नायक नीरज कुमार सिंह को देश के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार अशोक चक्र से मरणोपरांत सम्मानित किया गया।
दोनों जम्मू एवं कश्मीर में पिछले साल आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गए थे।
उनकी विधवाओं को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने यह अवार्ड प्रदान किया।
वरदराजन थल सेना के राष्ट्रीय रायफल्स 44 के सदस्य थे और शोपियां जिले में पिछले साल अप्रैल में आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान घायल हो गए थे। गंभीर रूप से घायल वरदराजन ने आतंकवादियों के साथ अपनी जंग जारी रखी, जिसकी वजह से हिजबुल के तीन शीर्ष आतंकवादी मारे गए। अत्यधिक घायल हो जाने के कारण वरदराजन का निधन हो गया।
राष्ट्रीय रायफल्स के नीरज सिंह कुपवाड़ा जिले में 24 अगस्त, 2014 को तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों की भारी गोलाबारी में शहीद हो गए थे।
66वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर सेना के जवानों के लिए 374 बहादुरी और अन्य रक्षा पुरस्कारों की घोषणा की गई।
इनमें दो अशोक चक्र (वरदराजन और नीरज), तीन कीर्ति चक्र, 12 शौर्य चक्र, 48 सेन मेडल (वीरता), दो नौ सेना मेडल (वीरता), 11 वायु सेना मेडल (वीरता), 28 परम विशिष्ट सेवा मेडल, तीन उत्तम युद्ध सेवा मेडल, तीन बार टू अति विशिष्ट सेवा मेडल, 53 अति विशिष्ट सेवा मेडल 13 युद्ध सेवा मेडल, 42 सेना मेडल (कत्र्तव्य समर्पण), आठ नौ सेना मेडल (कत्र्तव्य के प्रति समर्पण), 19 वायु सेना मेडल (कत्र्तव्य के प्रति समर्पण), चार बार्स टू विशिष्ट सेवा मेडल और 124 विशिष्ट सेवा मेडल की घोषणा की गई।