जम्मू- श्री माता वैष्णो देवी के दरबार में ४३ किलोग्राम सोना और ५७ क्विंटल चांदी नकली मिलने का खुलासा होने के बाद उठा तूफान अभी शांत भी नहीं हुआ था कि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की एक और कारगुजारी सामने आ गई है। इसके तहत श्राइन बोर्ड ने कुछ संस्थाओं एवं व्यक्तियों को माता के खजाने का जमकर लाभ पहुंचाने का प्रयास किया है। यह खुलासा भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे जम्मू के बनतलाब निवासी राजकुमार द्वारा “सूचना का अधिकार” अधिनियम के तहत मांगी गई जानकारी से हुआ है।
इस संबंध में श्राइन बोर्ड का पक्ष जानने के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मनदीप कुमार भंडारी से बार-बार संपर्क साधने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने मोबाइल नहीं उठाया।
आर.टी.आई. के तहत श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा दिए गए लिखित जवाब के अनुसार बोर्ड द्वारा पवित्र भवन के पूर्व बारीदारों एवं श्रद्धालुओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के अलावा विभिन्न कार्यक्रमों के लिए नाट्य संस्था नटरंग को २३,२७,५०० रुपए की राशि प्रदान की गई है, जबकि युवा कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए एस.एम.वी.डी.एस.बी. नटरंग यंग आर्टिस्ट्स स्कॉलरशिप के तहत ५.४ लाख रुपए की राशि खर्च की गई है। इसी प्रकार संगीत संस्था सामापा को विभिन्न कार्यक्रमों के लिए ४.५० लाख रुपए की राशि दी गई है। बोर्ड द्वारा जम्मू विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग को 8 लाख रुपए और डोगरी संस्था को २ लाख रुपए की राशि प्रदान की गई है।
श्राइन बोर्ड ने मेजर रोहित शर्मा मैमोरियल सोसायटी मंडी, पुंछ के चेयरमैन को स्थानीय महिलाओं में ५० सिलाई मशीनें बांटने के लिए १.५० लाख रुपए दिए हैं, जबकि मेजर रोहित शर्मा मैमोरियल ट्रस्ट को कल्याणकारी गतिविधियां चलाने के लिए २.५० लाख रुपए की राशि दी गई है और इन गतिविधियों का ब्यौरा नहीं दिया गया है। इसी प्रकार मेजर रोहित शर्मा मैमोरियल ट्रस्ट मंदिर, पुंछ के नाम से १ लाख रुपए की राशि और जारी की गई है और इसमें भी कल्याणकारी गतिविधियों का ब्यौरा नहीं दिया गया है। बोर्ड द्वारा हरबंस भल्ला एजुकेशनल ट्रस्ट को बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए १ लाख रुपए दिए गए हैं। श्राइन बोर्ड ने नेहा घर में रहने वाले विद्यार्थियों को कम्प्यूटर आदि सुविधाओं उपलब्ध करवाने के लिए ५ लाख रुपए की राशि प्रदान की है। बोर्ड द्वारा स्वामी विवेकानंद मैडीकल मिशन चैरिटेबल होस्पिटल को ओ.पी.डी. ब्लॉक के लिए ५ लाख और चिकित्सा उपकरणों की खरीद के लिए ५ लाख रुपए दिए गए। इसी प्रकार रामकृष्ण मिशन को समाज कल्याण गतिविधियां चलाने के लिए ५ लाख रुपए की राशि दी गई, लेकिन इस खर्च का ब्यौरा नहीं दिया गया है। बोर्ड ने वसंता गल्र्स हाई स्कूल शीतलनाथ और कश्यप हाई स्कूल कर्ण नगर की मुरम्मत के लिए वूमेन वैल्फेयर ट्रस्ट श्रीनगर के नाम ५ लाख रुपए की राशि जारी की।
सरकार की जिम्मेदारियां उठा रहा श्राइन बोर्ड
एक छोटा गुरुद्वारा प्रबंधन भी अपने यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था करता है, लेकिन अरबों रुपए का चढ़ावा चढऩे के बावजूद श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड माता के भक्तों को निशुल्क भोजन की सुविधा उपलब्ध करवाने में नाकाम रहा है। हैरानी की बात है कि श्राइन बोर्ड श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाई जा रही भारी-भरकम राशि का उपयोग ऐसे कामों में कर रहा है, जो मूलत: राज्य सरकार की जिम्मेदारी बनती है। उदाहरण के तौर पर श्राइन बोर्ड द्वारा २.६० करोड़ रुपए कटड़ा में खेल स्टेडियम के निर्माण पर खर्च किए गए हैं, ३९,४२,६७६ रुपए सरकारी स्कूलों में निर्माण कार्यों एवं रखरखाव पर खर्च की गई और १४,९३,६७६ रुपए की लागत से विभिन्न स्थानों पर श्मशानघाट बनवाए गए हैं। एन.सी.सी. गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बोर्ड ने १.४५ लाख और स्काऊट्स एंड गाइड्स को प्रोत्साहित करने के लिए ८,५५,४६५ रुपए की राशि खर्च की है। बोर्ड ने लेह के उपायुक्त को अपने जिले में खेल उपकरणों की खरीद के लिए २ लाख रुपए की राशि प्रदान की। बोर्ड द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के लिए गवर्नमैंट वूमेन कालेज गांधीनगर की प्रिंसीपल को ४.२९ लाख रुपए की राशि प्रदान की गई है।source-punjab kesari