वाशिंगटन, 20 फरवरी (आईएएनएस)। लोग अपने खराब व्यवहार के लिए ज्यादा दोष भगवान पर थोपते हैं। ऐसे लोगों का विश्वास है कि वे खास अंदाज में व्यवहार करने के लिए पैदा हुए हैं। धर्म और अध्यात्म पर चल रही एक परियोजना के निष्कर्षो में यह बात सामने आई है।
वाशिंगटन, 20 फरवरी (आईएएनएस)। लोग अपने खराब व्यवहार के लिए ज्यादा दोष भगवान पर थोपते हैं। ऐसे लोगों का विश्वास है कि वे खास अंदाज में व्यवहार करने के लिए पैदा हुए हैं। धर्म और अध्यात्म पर चल रही एक परियोजना के निष्कर्षो में यह बात सामने आई है।
अध्ययन में इस बात के मूल्यांकन पर जोर दिया गया है कि भगवान की तरफ गुस्सा का इस बात से संबंध हो सकता है कि लोग अपने नैतिक उल्लंघन के कारणों को किस तरह से देखते हैं।
वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी में अनुसंधान के छात्र जोशुआ ग्रुब्स ने कहा, “इस अध्ययन में हम भगवान पर गुस्सा और विरोध की अन्य राह की पहचान कर रहे हैं।”
भगवान का विरोध समय बीतने के साथ अवसाद में, आत्महत्या की प्रवृत्ति, बीमारी से इलाज का कम असर और आम बेचैनी की तरफ ले जाता है।
अध्ययन में हिस्सा लेने वालों को एक काल्पनिक दुनिया में एक काल्पनिक भगवान के साथ एक काल्पनिक चरित्र पर विचार करने के लिए कहा जाता है।
भागीदारों का चरित्र लगातार भगवान के बनाए नियमों को तोड़ता है।
आधे भागीदारों ने कहा कि उन्होंने एक वंशानुगत स्थितियों के कारण नियम तोड़े क्योंकि उनके लिए नियमों का पालन असंभव था। अन्य आधे ने कोई कारण नहीं बताया।
शोध के निष्कर्षो को जर्नल ऑफ साइकोलॉजी एवं थियोलॉजी में प्रकाशित किया गया है।