नई दिल्ली, 20 अप्रैल (आईएएनएस)। उप राष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने कहा कि ‘क्रियान्वयन’ और ‘नवाचार’ पर सारा ध्यान केन्द्रित है और यह बिल्कुल स्पष्ट हो गया है कि ‘सब चलता है’ वाले रवैये से काम नहीं चलेगा। हम सबको मिलकर भारत को एक ऐसे राष्ट्र के रूप में विकसित करना है, जिस पर हम गर्व कर सकें।
उप राष्ट्रपति ने शुक्रवार को 12वें लोक सेवा दिवस के दो दिवसीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एक स्वच्छ, कुशल, जनमित्र और सक्रिय प्रशासनिक नेतृत्व समय की मांग है। उन्होंने कहा कि ‘स्वराज्य’ को हर भारतीय के लिए अर्थपूर्ण होना चाहिए और इसके लिए ‘सुराज्य’ अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी कुशलता और प्रशासनिक प्रक्रियाओं की ईमानदारी से समीक्षा करनी चाहिए।
उप राष्ट्रपति ने लोक सेवा अधिकारियों का आह्वान किया कि वे बदलाव की धुरी बनें और प्रेरक नेतृत्व प्रदान करें। उन्होंने कहा कि कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका तथा मीडिया की आज जिम्मेदारी है कि जातिवाद, साम्प्रदायिकता, भ्रष्टाचार, असमानता, भेदभाव और हिंसा का समूल नाश करने में अपनी भूमिका निभाएं।