नई दिल्ली, 23 अगस्त (आईएएनएस)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कई राजनीतिज्ञों ने गुरुवार को दिग्गज पत्रकार कुलदीप नैयर के निधन पर शोक जताया और आपातकाल के खिलाफ आवाज उठाने और भारत को बेहतर बनाने की उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता को याद किया।
नैयर ने रात 12.30 बजे एस्कॉर्ट्स अस्पताल में आखिरी सांस ली।
राष्ट्रपति ने कहा, “कुलदीप नैयर के निधन की खबर सुन दुख हुआ। वह अनुभवी संपादक-लेखक, राजनयिक-सांसद और आपातकाल के दौरान लोकतंत्र के एक दृढ़ समर्थक थे। उनके पाठक उन्हें याद करेंगे। उनके परिवार और सहयोगियों को संवेदनाएं।”
मोदी ने ट्वीट कर कहा, “कुलदीप नैयर हमारे समय के बौद्धिक शख्स थे। विचारों से बेबाक और निडर। उन्होंने कई दशकों तक काम किया।”
उन्होंने कहा, “आपातकाल के खिलाफ आवाज उठाने और बेहतर समाज बनाने की उनकी प्रतिबद्धता को देश हमेशा याद करेगा। उनके निधन से दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं।”
नैयर ने अपने करियर की शुरुआत उर्दू के एक समाचार पत्र से की थी। उन्होंने ‘बियॉन्ड द लाइन्स’ और ‘इंडिया आफ्टर नेहरू’ सहित कई किताबें भी लिखी हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर कहा, “एक स्तंभकार के रूप में वह ‘बिटविन द लाइन्स’ नामक अपने स्तंभ के जरिए विभिन्न मुद्दों पर विचार रखते थे। पत्रकारिता में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उनके शोकसंतप्त परिवार के लिए मेरी संवेदनाएं।”
नैयर के साथ कुछ माह पहले अपनी मुलाकात को याद करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि वह ऊर्जा और हाजिरजवाबी से भरे थे।
उन्होंने कहा, “अनुभवी पत्रकार और पूर्व राज्यसभा सदस्य कुलदीप नैयर जी के निधन पर मेरी संवेदनाएं। आपातकाल के खिलाफ नैयर जी का ²ढ़ रुख कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उनका गुजरना भारत के पत्रकारिता के लिए एक नुकसान है।”
कांग्रेस ने भी नैयर के निधन पर शोक जताया।
पार्टी ने ट्वीट कर कहा, “हम कुलदीप नैयर के निधन के बारे में सुनकर दुखी हैं। एक अनुभवी पत्रकार। वह राज्यसभा सांसद और ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त रहे। उनके परिवार के लिए हमारी दिली संवेदना।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी नैयर के निधन को देश के लिए क्षति बताया।
उन्होंने कहा, “दिग्गज पत्रकार व मानव अधिकारों के लिए काम करने वाले कुलदीप नैयर के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ। उन्हें प्रेस की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए याद किया जाएगा।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी नैयर के निधन पर दुख जताते हुए उनके परिवार के लिए संवेदनाएं जताई।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा, लोकतांत्रिक अधिकारों व नागरिक स्वतंत्रता के समर्थक। कुलदीप नैयर ने भारत की बिना भेदभाव के साथ सेवा की। उनकी पाकिस्तान के साथ लोगों के बीच संबंधों को लेकर पैरवी बहुत विशेष थी। संवेदना।