चीन से आए कोरोना वायरस से बचने के तमाम उपाय अगर आप इंटरनेट पर खोज रहे हैं तो आपको सावधान रहने की भी जरूरत है. सोशल मीडिया पर लिखी हर चीज सच नहीं होती. कोरोना वायरस को लेकर फैले इस तरह के भ्रम से दूर रहिए.
कोरोना वायरस कैसे फैलता है इसको लेकर वैज्ञानिक जानकारियां जुटा रहे हैं. अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के मुताबिक कोरोना वायरस का अस्तित्व सतह पर खत्म हो जाता है. जिसके कारण चीन से आने वाले उत्पादों या पैकेट से वायरस के फैलने का जोखिम बहुत कम है. तो अगली बार डिलीवरी बॉय आपके घर चीन से मंगाया आपका सामान लेकर आए तो आपको डरने की जरूरत नहीं है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक घर के पालतू जानवरों जैसे बिल्ली या कुत्तों से कोरोना वायरस नहीं फैलता. जानवरों से फैलने वाले दूसरे बैक्टीरिया से बचने के लिए पालतू जानवरों को हाथ लगाने के बाद हाथ धोना अपने आप में अच्छी आदत है. शोधकर्ता कह चुके हैं कि चीन के वुहान शहर में किसी जंगली जानवर से कोरोना वायरस दुनिया भर में फैला.
यह वायरस नया और अलग है. इस वायरस की अपनी वैक्सीन बनाई जा रही है. निमोनिया की वैक्सीन कोरोना वायरस का उपचार नहीं है. इस समय विश्व में कई देशों के वैज्ञानिक कोरोना वायरस या 2019 – एनकोव से लड़ने वाली वैक्सीन बनाने में जुटे हैं.
यह दावा सोशल मीडिया पर जंगल की आग की तरह फैल रहा है. लहसुन में जरूर कुछ रोगाणुरोधी गुण होते हैं लेकिन डब्ल्यूएचओ के मुताबिक कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए लहसुन लाभकारी नहीं है.
सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक और ट्विटर वायरस के बारे में गलत जानकारी वाले पोस्ट हटाने पर काम कर रहे हैं. जनवरी के आखिर में फेसबुक ने घोषणा की है कि वह ऐसी पोस्ट हटा देगा जिसमें कोरोना वायरस के बारे में गलत दावे और गलत जानकारी दी गई है.