लखनऊ, 24 अप्रैल – उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस की प्रथम चरण की जांच निजी लैब में अधिकतम 2500 रूपये में होगी। इसके लिए स्वीकृति शासन ने दी है। इस आशय का शासनादेश प्रमुख सचिव चिकित्सा अमित मोहन प्रसाद ने जारी किया है। इसमें लिखा है कि सिंगल स्टेप जांच में एक बार में ही संक्रमण की पुष्टि हो जाती है। ऐसे में उन्हें अब ऐसे व्यक्ति जो कोरोना पाजिटिव नहीं हैं , न्हें 2500 रुपये देने होंगे। उन्होंने बताया कि आइसीएमआर ने किट से सिंगल स्टेप जांच का शुल्क निर्धारित नहीं किया था, ऐसे में तमाम निजी लैब इसकी आड़ में सीधे 4500 रुपये ले रही थी।
अभी तक किसी व्यक्ति के कोरोना संक्रमित न होने पर भी उसे जांच का 4500 रुपये शुल्क देना पड़ रहा था। अब व्यक्ति सिंगल स्टेप जांच करवाएगा और अगर उसमें कोरोना की पुष्टि नहीं हुई तो उसे दूसरे स्टेप की जांच नहीं करवानी होगी। अभी इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) ने किट से सिंगल स्टेप जांच का शुल्क निर्धारित नहीं किया था।
उन्होंने बताया कि निजी लैब को अपनी रिपोर्ट आइसीएमआर और संबंधित जिले के सीएमओ को अनलाइन भेजनी होगी। अगर निर्धारित शुल्क से अधिक शुल्क लेने की शिकायत मिली तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विचार विमर्श के बाद शासन ने एकल चरण की जांच अधिकत 2500 रूपये निर्धारित किया है।