नई दिल्ली, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय कॉरपोरेट प्रशासन दिवस के अवसर पर यहां आयोजित एक गोलमेज सम्मेलन में कॉरपोरेट प्रशासन से जुड़ी चुनौतियों और सुशासन के महत्व एवं कारोबार में सुधार के मुद्दों पर चर्चा की गई।
द इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) ने शुक्रवार को यहां अंतर्राष्ट्रीय कॉरपोरेट प्रशासन दिवस मनाया और इस अवसर पर एक गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें सरकार के प्रतिनिधि, अग्रणी कॉरपोरेट्स एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और कॉरपोरेट प्रशासन से जुड़ी चुनौतियों पर और सुशासन के महत्व और कारोबार में सुधार के मुद्दों पर चर्चा की।
आईसीएसआई ने एक बयान में कहा कि सफल कारोबार के लिए एक अच्छा कॉरपोरेट प्रशासन जरूरी है। ऐसे में नियमों, प्रथाओं और प्रक्रियाओं की ऐसी प्रभावी प्रणाली का निर्माण करना बेहद जरूरी है, जिसके द्वारा कॉरपोरेट को निर्देशित एवं नियंत्रित किया जा सके। इसी के मद्देनजर देश में पहली बार कॉरपोरेट प्रशासन पर एक गोलमेज सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस मौके पर आईसीएसआई की अध्यक्ष ममता बिनानी ने कहा, “कॉरपोरेट सुशासन की शुरुआत अपने भीतर से ही होती है और आईसीएसआई ने इस दिशा में मर्यादा स्थापित करने के लिए पहला कदम उठाया है।”
उन्होंने कहा, “गर्वनेंस एक महत्वपूर्ण पहलू है। इसके बिना कामकाज में तालमेल बनाना मुश्किल है। यह करने के लिए इसे आंतरिक और वैश्विक दोनों जरूरतों के मुताबिक हर पहलू में पहले दिन से आखिरी दिन तक विकसित करना होगा। देखा जा रहा है कि सभी देश सुशासन मानदंडों को हर पहलू में लागू करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में इसके प्रति जागरूकता पैदा करने की जरूरत है।”
इस अवसर पर कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय के निदेशक (जांच एवं निरीक्षण) डॉ. नवरंग सैनी, पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष व केंट आरओ सिस्टम लि. के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक महेश गुप्ता, एसौचैम के उपाध्यक्ष वेद जैन और ओईसीडी के कनिष्ठ नीति विश्लेषक (कॉरपोरेट मामला विभाग) ऑस्टिन टायलर उपस्थित थे।
इस मौके पर डॉ. सैनी ने कहा, “हमें न्यूनतम सरकार और अधिकतम प्रशासन की प्रणाली पर काम करना है और यह इस विषय पर चर्चा करने के लिए बेहतरीन मंच है। दुनिया भर में अपनाई जाने वाली सर्वश्रेष्ठ कॉरपोरेट प्रशासन प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए एक ऐसा वातावरण बनाना जरूरी है जिसमें पारदर्शिता हो।”
ओईसीडी के कनिष्ठ नीति विश्लेषक (कॉरपोरेट मामला विभाग) ऑस्टिन टायलर ने कहा, “यह मंच हमें दुनिया भर की सर्वश्रेष्ठ कॉरपोरेट प्रशासन प्रथाओं को अपनाने और इन पर चर्चा करने का मौका प्रदान करेगा। एक नियन्त्रित एवं निर्देशित कॉरपोरेट के लिए नियमों, प्रथाओं एवं प्रक्रियाओं की प्रभावी प्रणाली का निर्माण करना बेहद जरूरी है।”
एसोचैम के उपाध्यक्ष वेद जैन ने कहा, “नियमों, प्रथाओं और प्रक्रियाओं की ऐसी प्रभावी प्रणाली का निर्माण बेहद जरूरी है, जिसके द्वारा एक कॉरपोरेट को निर्देशित एवं नियंत्रित किया जा सके, ऐसे में कहा जा सकता है कि अच्छा कॉरपोरेट प्रशासन एक सफल कारोबार के लिए महत्वपूर्ण है।”