तिरुवनंतपुरम, 1 नवंबर (आईएएनएस)। केरल में सोमवार से शुरू हो रहे स्थानीय निकाय चुनाव पर सबकी नजरें रहेंगी, क्योंकि मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने घोषणा की है कि यह चुनाव उनके साढ़े चार साल के शासन पर एक तरह का जनमत संग्रह होगा।
राज्य के सात जिलों -कोल्लम, इदुक्की, तिरुवनंतपुरम, कोझिकोड, कन्नूर, वायनाड और कासरगोडे में सोमवार को मतदान होंगे। शेष सात जिलों में मतदान गुरुवार को होंगे।
चुनाव में 86 नगर पालिकाओं और छह नगर निगमों के अलावा 941 गांवों, 152 विकासखंडों और 14 जिला पंचायतों में 21,871 सीटों पर लड़ रहे उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा।
मतदान के लिए 35,000 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, और 2.50 करोड़ से ज्यादा मतदाता मतदान के पात्र हैं।
चांडी ने घोषणा की है कि स्थानीय निकाय चुनाव उनकी सरकार पर एक तरह से जनमत संग्रह होगा। उन्होंने यह भी कहा कि अगले साल विधानसभा चुनाव में भी मौजूदा सरकार सत्ता में वापसी करेगी।
पूर्व विदेश मंत्री ए. के. एंटनी ने इस चुनाव को फाइनल से पहले का सेमीफाइनल बताया है।
अपने सभी भाषणों में एंटनी ने राज्य में अपने विरोधियों -मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार पर तीखा हमला बोला है।
माकपा की अगुवाई वाले वाम मोर्चे को उम्मीद है कि मतदाता चांडी सरकार को झटका देंगे और विधानसभा चुनाव में भी उन्हें ही सत्ता हासिल होगी।
नेता प्रतिपक्ष 92 वर्षीय वी. एस. अच्युतानंदन माकपा का चेहरा हैं, लेकिन भीषण चुनाव प्रचार के कारण उनके बीमार होने से पार्टी के चुनाव प्रचार पर इसका असर पड़ा है।
केरल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाले तीसरे मोर्चे ने दमदार शुरुआत की थी, लेकिन गोमांस प्रकरण के कारण देश के उत्तरी हिस्से में फैले रोष की गूंज दक्षिणी राज्यों में भी पहुंचने के कारण पार्टी के चुनाव अभियान पर असर पड़ा है।
भाजपा अभी तक 140 सदस्यीय केरल विधानसभा में अपना खाता नहीं खोल सकी है। वर्तमान में उसके पास स्थानीय निकायों की 21,000 से ज्यादा सीटों में से लगभग 500 सीटें हैं।
चांडी द्वारा इस चुनाव को उनकी सरकार पर जनमत संग्रह कहा जाना और मौजूदा समय में स्थायी निकायों की लगभग 65 फीसदी सीटों पर कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के कब्जे को देखते हुए चुनाव परिणाम पर राज्य के सभी दलों की नजर रहने की संभावना है।