तिरुवनंतपुरम, 6 मार्च (आईएएनएस)। केरल विधानसभा में शुक्रवार को राज्यपाल पी. सतशिवम ने जैसे ही अपना अभिभाषण शुरू किया, विपक्षी वाम सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया।
नेता प्रतिपक्ष वी. एस. अच्युतानंदन भी ठीक उसी समय उठ खड़े हुए, जब राज्यपाल ने अपना भाषण शुरू किया। उन्हें कुछ वाक्य बोलते भी सुना गया, जो स्पष्ट नहीं हो पाया।
राज्यपाल ने मुस्कराया और वह एक क्षण के लिए रुके भी, उसके बाद उन्होंने अपना भाषण पढ़ना शुरू किया। इसके बाद पूरे विपक्षी वाम सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गए।
विपक्षी वाम दलों ने स्पष्ट किया है कि वे केरल के दागी वित्त मंत्री के.एम. मणि को 13 मार्च को राज्य का 13वां बजट पेश नहीं करने देंगे। मणि इस समय बार घोटाला मामले में सतर्कता विभाग द्वारा शुरू एक जांच का सामना कर रहे हैं।
विपक्षी वाम सदस्यों का सदन से बहिर्गमन इस सच्चाई का संकेत है कि वे किसी भी परस्थिति में मणि को बजट पेश नहीं करने देंगे।
अच्युतानंदन ने विधानसभा से बाहर संवाददाताओं से कहा, “हम सभी से सहयोग चाहते हैं, क्योंकि हम नहीं चाहते कि मणि बजट पेश करें और हम चुपचाप बैठे रहें।”
बार मालिक बीजू रमेश ने पिछले वर्ष जब से इस बात का खुलासा किया है कि मणि ने कुछ बंद बारों को खुलवाने के लिए रिश्वत ली थी, तब से विपक्षी वाम मोर्चा ने उनके खिलाफ मोर्चाबंदी शुरू कर रखी है।
ओमन चांडी के नेतृत्व वाली सरकार ने इस मुद्दे पर सतर्कता जांच का आदेश दिया है और उसकी रपट का इंतजार है।