तिरुवनंतपुरम, 18 फरवरी (आईएएनएस)। केरल में कांग्रेस की युवा इकाई ने सोमवार को कासरगोड में अपने दो कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में राज्यव्यापी बंद बुलाया है। कांग्रेस ने इन हत्याओं के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराया है।
कुछ स्थानों पर प्रदर्शनकारियों ने सरकारी बसों पर पथराव किया और दुकानों को बलपूर्वक बंद करा दिया। हालांकि, निजी वाहन रोजाना की तरह चल रहे हैं।
राजधानी में दुकानें बुधवार को होने वाले प्रसिद्ध अटुकल पोंगाला त्योहार से पहले सामान्य रूप से खुली हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इससे पहले ट्वीट कर कहा कि पार्टी तब तक चैन से नहीं बैठेगी जब तक हत्यारों को सजा नहीं मिल जाती।
उच्च न्यायालय बंद का आह्वान करने वालों के खिलाफ स्वत: संज्ञान ले सकता है क्योंकि बंद अदालत के निर्देश के खिलाफ बुलाया गया है।
सात जनवरी को मुख्य न्यायाधीश ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति ए.के. जयशंकरन नांबियार ने यह कहते हुए एक अंतरिम आदेश पारित किया था कि अगर किसी समूह को बंद का आह्वान करना है तो उसे सात दिन का नोटिस देना होगा।
युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डीन कुरीकोज ने मीडिया को बताया कि वह इस मुद्दे से कानूनी तरीके से निपटेंगे।
युवा कांग्रेस इकाई द्वारा राज्यव्यापी बंद का आह्वान 19 साल के कृपेश और 24 वर्षीय जोशी की निर्मम हत्या के विरोध में किया गया है।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस को बताया कि तीन हमलावर बाइक पर आए और दोनों कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर हमला बोल दिया।
कृपेश की कासरगोड जिला अस्पताल में मौत हो गई जबकि जोशी की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई।
कासरगोड में मीडिया को संबोधित करते हुए जिला पुलिस प्रमुख ए. श्रीनिवास ने कहा कि इस अपराध की जांच के लिए एक विशेष दल का गठन किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, कासरगोड में कुछ समय से दोनों दलों के युवा विंग के बीच दुश्मनी बढ़ती जा रही है।
माकपा के जिला नेतृत्व ने इस घटना में किसी भी भूमिका से इनकार कर दिया है।
कांग्रेस राज्य प्रमुख मुल्लापल्ली रामचंद्रन, विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला और महासचिव के.सी. वेणुगोपाल सहित कांग्रेस के शीर्ष नेता कन्नूर पहुंच गए हैं, जहां दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है।