तिरुवनंतपुरम, 27 अप्रैल (आईएएनएस)। केरल के कासरगोड लोकसभा क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर दो महिलाओं को दो बार वोट डालते हुए फूटेज शनिवार को स्थानीय टीवी चैनलों पर सामने आया। इस सीट के लिए तीसरे चरण में 23 अप्रैल को 19 अन्य संसदीय सीटों के साथ मतदान हुआ था।
कासरगोड से कांग्रेस उम्मीदवार राजमोहन उन्नीथन ने कहा कि माकपा के वर्चस्व वाले इलाकों में फर्जी मतदान कोई नई बात नहीं है, यह आम बात है।
पूर्व विधायक और कासरगोड से माकपा के वरिष्ठ नेता के. पी. सतीशचंद्र के खिलाफ चुनाव लड़ रहे उन्नीथन ने कहा, “हम बहुत समय पहले से यह बात कह रहे हैं, परंतु कुछ नहीं हो रहा है। इस तरह के अलोकतांत्रिक कार्य के प्रति सख्ती से कार्रवाई होनी चाहिए।”
कन्नूर से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व सांसद के. सुधाकरण ने कहा कि वह फर्जी मतदान के इस फूटेज को देखकर ज्यादा हैरान नहीं हुए हैं, क्योंकि वह खुद इन चीजों के पहले ही शिकार हो चुके हैं।
सुधाकरण ने कहा, “कन्नूर में माकपा के लोगों द्वारा फर्जी मतदान कोई नई बात नहीं है। मंगलवार को हमने इसे लेकर जिला कलेक्टर को जानकारी दी थी। जिसके बाद उन्होंने कहा था कि वह मामले को देखेंगे। लेकिन हमेशा की तरह इस तरह की गतिविधियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। हम मामले को लेकर और सबूत इकट्ठा कर रहे हैं और कानूनी कर्रवाई करेंगे।”
राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी, टीकाराम मीणा ने मीडिया को बताया कि मामले में पहले ही कार्रवाई की जा चुकी है, घबराने की कोई बात नहीं है।
मीणा ने कहा, “मतदान की रिकॉर्डिग करने का मकसद इन्हीं चीजों (जाली वोटिंग) को रोकना था। जैसे ही हम आधिकारिक शिकायत प्राप्त करते हैं, हम वह करेंगे, जो करना चाहिए।”
विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने कहा, “हम हर उचित कानूनी कदम उठाएंगे। जो अधिकारी इस तरह की धांधली में शामिल थे, उनपर भी कार्रवाई की जानी चाहिए। हमने चुनाव अधिकारियों को मतदान से कई दिन पहले इस तरह की धांधली के बारे में आगाह किया था। लेकिन अधिकारियों ने कोई कदम नहीं उठाया।”