तिरुवनंतपुरम, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। केरल में पाम संडे के साथ ही रविवार को ईसाई समुदाय का पवित्र पैशन वीक शुरू हो गया है, वहीं बड़ी संख्या में लोग गिरजाघरों की ओर उमड़ पड़े हैं।
इस रविवार से शुरू होकर ईस्टर रविवार तक मनाए जाने वाले इस त्योहार को ‘पैशन वीक’ के तौर पर जाना जाता है। इस दौरान ज्यादातर ईसाई परिवार सामान्यत: शाकाहारी बन जाते हैं।
केरल की परंपरा के अनुसार, ईसा मसीह के जेरूसलम प्रवेश के उपलक्ष्य में श्रद्धालुओं को नारियल के फ्रोंड वितरित किए जाते हैं। मान्यता है कि ईसा मसीह के मार्ग में ताड़ के पत्ते बिछा दिए गए थे, और उसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर सूली पर चढ़ा दिया गया था।
कई गिरजाघरों में श्रद्धालुओं के बीच शनिवार को नारियल के पत्ते वितरित किए गए। ये वे पत्ते थे, जिन्हें या तो चर्च परिसर में मौजूद नारियल के पेड़ से काटा गया था या श्रद्धालु एक दिन पहले इन्हें लेकर चर्च पहुंचे थे और वहीं रख दिया था।
उल्लेखनीय है कि रविवार को मनाए जाने वाले इस त्योहार में शहरों और कस्बों में थोड़ी देर के लिए यातायात नियंत्रित करना पड़ा, क्योंकि भक्त बड़ी मात्रा में नारियल फ्रोंड के साथ सड़कों पर उतर गए थे।
सभी चर्चो की व्रत की अलग-अलग अवधि है, लेकिन आर्थोडॉक्स चर्च की व्रत अवधि सबसे लंबी है, जो 50 दिन चलती है, और इस दौरान ईसाई परिवार ईस्टर से पहले 50 दिन तक शाकाहारी भोजन ही करते हैं।