तिरुवनंतपुरम, 5 मई (आईएएनएस)। फर्जी मतदान के मामले में केरल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) टीका राम मीणा ने अपने अधिकारियों को कासरगोड लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के 43 मतदान केंद्रों पर लगे वेबकैमरों की जांच करने का निर्देश दिया है। दूसरी तरफ राज्य में सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) सीईओ के विरोध में खड़ी हो गई हो।
मतदान अधिकारियों की टीम ने रविवार सुबह कासरगोड लोकसभा क्षेत्र में 43 मतदान केंद्रों पर हुए मतदान के पूरे फुटेज की जांच करना शुरू कर दिया कि जिन्हें पहले ही समस्याग्रस्त के रूप में चिन्हित किया गया था। निर्वाचन क्षेत्र में कुल 965 बूथ हैं।
पिछले एक हफ्ते में मीणा ने फर्जी मतदान मामले में कड़ा रुख अख्तियार किया है, जिसने सत्तारूढ़ माकपा की नाराजगी बढ़ा दी है। पार्टी ने शुक्रवार को अपने राष्ट्रीय नेतृत्व से सलाह लेने का फैसला किया कि मीणा पर लगाम लगाने के लिए क्या कानूनी कदम उठाए जा सकते हैं।
मीणा हालांकि राहत देने के मूड में नहीं हैं। उन्होंने मीडिया से कहा कि वह अपने उठाए कदम के बचाव के लिए किसी भी हद तक जाएंगे।
सीईओ ने कहा, “मैं राज्य सरकार के अधीन नहीं हूं। मैं निर्वाचन आयोग के अधीन हूं। वामपंथी नेता मुझे अच्छी तरह से जानते हैं क्योंकि मैंने अधिकांश समय वाम दलों के साथ काम किया है। हम अपने उठाए गए कदम की रक्षा के लिए किसी भी हद तक और सर्वोच्च न्यायालय तक जाएंगे।”
फुटेज के सत्यापन के बाद, सीईओ ने कन्नूर और कासरगोड में जिला कलेक्टरों को तीन महिलाओं सहित चार माकपा कार्यकर्ताओं और इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के तीन कार्यकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जिन्होंने कथित रूप से कन्नूर लोकसभा क्षेत्र में फर्जी मतदान किया था।
इस बीच, कांग्रेस की अगुवाई वाले युनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) ने रविवार को कन्नूर लोकसभा क्षेत्र में 199 फर्जी मतदाताओं की नई सूची सौंपी जिन पर पार्टी ने माकपा की अगुवाई वाले सत्तारूढ़ लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) के कार्यकर्ता होने का आरोप लगाया है।
इस सूची में कन्नूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाले मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के प्रतिनिधित्व वाले धर्मादम विधानसभा क्षेत्र में हुए फर्जी मतदान का मामला भी शामिल है।
कांग्रेस इडुक्की जिला अध्यक्ष इब्राहिम कुट्टी कल्लर ने रविवार को शिकायत की है कि इडुक्की लोकसभा क्षेत्र में फर्जी मतदान हुआ था।
केरल में 23 अप्रैल को राज्य की सभी 20 लोकसभा सीटों के लिए मतदान हुआ था।