तिरुवनंतपुरम, 6 सितम्बर (आईएएनएस)। संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) के नेतृत्व वाले विपक्ष ने यहां कांग्रेस के एक पूर्व मंत्री के खिलाफ जारी छापेमारी पर चिंता जताई और इसे बदले की कार्रवाई करार दिया।
केरल के सतर्कता व भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो कथित तौर पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्व आबकारी मंत्री व कांग्रेस नेता के.बाबू के आवास तथा उनकी दो बेटियों व दो नजदीकी सहयोगियों के आवासों पर शनिवार से ही छापेमारी कर रहा है।
यूडीएफ की एक बैठक के बाद इसके संयोजक पी.पी.थंकाचेन ने कहा कि छापेमारी करने में सभी कायदे-कानूनों को ताक पर रख दिया गया है।
थंकाचेन ने कहा, “भ्रष्टाचार से निपटने से हमें कोई शिकायत नहीं है, लेकिन आज जो हुआ है, उसमें सरकार सतर्कता ब्यूरो को राजनीतिक लाभ लेने के लिए औजार की तरह इस्तेमाल कर रही है। इससे यूडीएफ कानूनी व राजनीतिक तरीके से निपटेगा।”
थंकाचेन ने कहा कि कुछ लोगों ने सतर्कता ब्यूरो की कार्रवाई को सही बताया और कहा कि उन्होंने सबूत इकट्ठे करने के लिए छापेमारी की, इस तरह के बयान का कोई महत्व नहीं है।
खबरों के मुताबिक, कुछ और पूर्व मंत्री सतर्कता ब्यूरो के राडार पर हैं। थंकाचेन ने कहा है कि ओमन चांडी के नेतृत्व वाली यूडीएफ की पिछली सरकार में मंत्री रह चुके लोगों को डरने की कोई जरूरत नहीं है और किसी को छापेमारी से डरने की जरूरत नहीं है।