नई दिल्ली, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और नागर विमानन राज्य मंत्री डॉ. महेश शर्मा ने गुरुवार को नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में केरल पर्यटन की पहल ‘विजि़ट केरल 2015’ की शुरुआत की।
इस पहल का उद्देश्य राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना है। इसके तहत अनेक कार्यक्रम शुरू किए गए जिनमें आयुर्वेद से लेकर साहसिक दौरे, विवाह स्थलों से लेकर धरोहर पर्यटन, फूड फेस्टीवल से लेकर क्विज प्रतियोगिता शामिल हैं।
‘विजि़ट केरल’ पहल का उद्घाटन करते हुए डॉ. महेश शर्मा ने कहा कि केरल में पर्यटन के लिए बहुत संभावनाएं हैं क्योंकि यह प्राकृतिक खूबसूरती और मनोरम बैकवॉटर से घिरा हुआ है। उन्होंने कहा कि केरल की जनता अपने समर्पण, ईमानदारी और मेहमान नवाजी के लिए जानी जाती है जो भारतीय संस्कृति की एक खासियत है। यही कारण है कि केरल दुनिया का एक प्रमुख गंतव्य स्थल बन सकता है।
डॉ. शर्मा ने बताया कि केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने एक अंतर्राष्ट्रीय अभियान चलाया है जिसमें देश के जिन पर्यटन स्थलों की जानकारी दी गई है उनमें केरल भी शामिल है। उन्होंने केरल सरकार के अधिकारियों को आश्वासन दिया कि केन्द्र सरकार भारत और विदेश में केरल के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पूरा सहयोग देगी।
‘विजि़ट केरल’ पहल की शुरुआत के अवसर पर अपने संदेश में मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा कि यह केरल सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है। उन्होंने लोगों को विजि़ट केरल वर्ष 2015 के दौरान केरल की यात्रा पर आमंत्रित किया।
केरल के पर्यटन मंत्री ए. पी. अनिल कुमार ने कहा कि कोच्चि हवाई अड्डे पर वीजा ऑन अराइवल की सुविधा शुरू होने के बाद से पर्यटकों की संख्या में अच्छी-खासी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि केरल ने पर्यटन के क्षेत्र को हमेशा से प्राथमिकता दी है और वह जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन के क्षेत्र में स्थानीय समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहन देने का प्रयास कर रहा है।
राज्य के मनोरम स्थलों के बारे में प्रचार करने और ईश्वर का देश (गॉड्स ओन कंट्री) उपनाम को तर्कसंगत ठहराने के लिए केरल पर्यटन ट्रेड फेयर, रोड शो, परिचय दौरों के जरिए चीन और श्रीलंका के नए बाजारों में प्रवेश करेगा। साथ ही वह परंपरागत बाजारों जैसे ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी में ट्रेड फेयर और रोड शो के जरिए आक्रामक अभियान शुरू करेगा।
अमेरिका में उपभोक्ता मेले और परिचय दौरे शुरू किए जाएंगे। पश्चिम एशिया में आयुर्वेद और मॉनसून अभियान पर जोर दिया जाएगा जहां रहने वाले भारतीय समुदाय में 90 प्रतिशत केरल से है।