कासरगोड (केरल), 14 मई (आईएएनएस)। युवक कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के आरोप में मंगलवार को कासरगोड से गिरफ्तार किए गए सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दोनों नेताओं को अदालत ने जमानत दे दी।
केरल पुलिस की अपराध शाखा द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद दोनों आरोपियों को हॉसडर्ग मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें सशर्त जमानत दे दी। उन्हें 25,000 रुपये की जमानत, दो निजी मुचलकों को पेश करने को कहा गया। साथ ही निर्देश दिया गया कि वे जब और जहां बुलाया जाए, जांच अधिकारियों के समक्ष खुद को हाजिर करें।
सत्तारूढ़ दल के नेता मणिकंदन और बालाकृष्णन पर आरोप है कि उन्होंने इस मामले के मुख्य आरोपी की फरार होने में मदद की।
कांग्रेस की युवा शाखा के सदस्य कृपेश (19) और जोशी (24) पर 17 फरवरी को तीन लोगों ने हमला किया था। कृपेश की मौत कासरगोड जिला अस्पताल में हो गई थी, जबकि जोशी ने इलाज के लिए कर्नाटक के मंगलुरू शहर ले जाए जाते समय दम तोड़ दिया था।
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि अपराध शाखा की टीम द्वारा गहन पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारियों ने कहा कि इन दोनों की गिरफ्तारी के साथ इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है और एक व्यक्ति पुलिस के रडार पर है, जो देश छोड़कर भाग गया है।
कांग्रेस पार्टी और कासरगोड से उसके लोकसभा उम्मीदवार राजमोहन उन्नीथन ने इस हत्याकांड को बड़ा चुनावी मुद्दा बनाया है। वह उम्मीद कर रहे हैं कि लंबे अरसे से माकपा के कब्जे में रही इस सीट पर उन्हें चौंकाने वाली जीत हासिल होगी।
कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामाचंद्रन ने तिरुवनंतपुरम में इन गिरफ्तारियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह जांच से खुश नहीं हैं। राज्य पुलिस को असली दोषियों को बेनकाब करने के लिए और गहनता से जांच करनी चाहिए।
वहीं, माकपा के राज्य सचिव कोडियेरी बालाकृष्णन पूर्व में कई मौकों पर इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की जरूरत को खारिज कर चुके हैं।