श्रीनगर, 7 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर के विकास के लिए केंद्र सरकार की ओर से 80,000 करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज की घोषणा की और कश्मीर मुद्दा सुलझाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के तीन-सूत्रीय फार्मूले को याद किया।
दर्शकों से खचाखच भरे शेर-ए-कश्मीर क्रिकेट स्टेडियम में मोदी ने जैसे ही यह घोषणा की, वहां उपस्थित लोगों ने खुशी और उत्साह से इसका स्वागत किया।
आर्थिक पैकेज की घोषणा करते हुए मोदी ने कहा, “यह कश्मीर के लिए मेरे सपने का अंत नहीं है, यह तो महज शुरुआत है।”
मोदी ने कहा, “केवल दिल्ली का खजाना ही नहीं, दिल्ली का दिल भी कश्मीर वासियों के लिए हमेशा खुला रहेगा।”
इस बहुप्रतीक्षित समावेशी पैकेज का लाभ राज्य के 2014 के बाढ़ पीड़ितों, किसानों, उद्यमियों, पर्यटन क्षेत्र, युवा रोजगार और बुनियादी ढांचे को मिलेगा।
इसके अलावा प्रधानमंत्री ने जम्मू क्षेत्र के रामबन जिले में 450 मेगावाट क्षमता वाले बगलिहार विद्युत परियोजना के दूसरे चरण का उद्घाटन भी किया।
मोदी ने कहा, “हमें अटल जी के दिखाए मार्ग पर चलना होगा। इस मंच से अटल जी ने कश्मीरियत, जम्हूरियत और इंसानियत का नारा दिया था। मैं उन्हीं शब्दों को दोहराते हुए कहता हूं कि जम्मू एवं कश्मीर के विकास के लिए ये तीन स्तंभ जरूरी हैं।”
पिछले वर्ष जब मैंने बाढ़ पीड़ितों के लिए 1,000 करोड़ रुपये की घोषणा की थी, तब भी मैंने कहा था और आज फिर दोहराता हूं कि राज्य के तीनों क्षेत्रों जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के न्यायोचित विकास के लिए दिल्ली, राज्य सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करेगी।
मोदी ने याद किया कि पिछले वर्ष उन्होंने दिवाली न मनाकर, बाढ़ पीड़ितों के लिए एकजुटता दिखाने के लिए कश्मीर आने को प्राथमिकता दी थी।
मोदी ने कहा, “कश्मीर के लिए मेरा प्यार मुझे यहां खींच लाया है। कश्मीर ने काफी मुश्किलें सही है। मैंने बाढ़ पीड़ितों की तकलीफें महसूस की हैं।”
मोदी ने कहा कि उन्हें कश्मीर के युवाओं से काफी उम्मीदें हैं।
पर्यटन के बारे में मोदी ने कहा, “1.75 करोड़ भारतीय हर साल पर्यटन के लिए विदेश जाते हैं। हम उन 1.75 करोड़ भारतीय पर्यटकों में से सिर्फ पांच फीसदी पर्यटकों को कश्मीर यात्रा के लिए आकर्षित क्यों नहीं कर सकते? बुनियादी विकास के जरिए यहां और अधिक पर्यटन स्थल बनाए जा सकते हैं।”
मोदी ने कहा कि उन्हें ऐसा पहला प्रधानमंत्री होने पर गर्व है जिसने कई बार जम्मू एवं कश्मीर की यात्रा की।
देश के आर्थिक विकास के बारे में मोदी ने कहा, “17 महीने पूर्व कोई भी भारत के आर्थिक विकास की तुलना चीन से करने के बारे में सोच भी नहीं सकता था, लेकिन आज कहा जाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था चीन से भी अधिक तेजी से बढ़ रही है।”
मोदी ने कहा, “पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में पिछले 50 वर्षो में पहली बार भारत चीन से 10 स्थान ऊपर है।”
जम्मू एवं कश्मीर के विकास पर जोर देते हुए मोदी ने कहा, “हम जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग पर 34,000 करोड़ रुपये खर्च करेंगे और उम्मीद है कि अगले तीन वर्षो में 12 घंटे की यात्रा घटकर साढ़े तीन घंटे की हो जाएगी।”
यहां से फिर प्रधानमंत्री रामबन जिले के चंदरकोट कस्बे गए, जहां उन्होंने विद्युत परियोजना का उद्घाटन किया और जम्मू से श्रीनगर को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग को चार लेन का किए जाने की परियोजना भी लांच की।
चंदरकोट में प्रधानमंत्री ने कहा राज्य को दिया गया 80,000 करोड़ रुपये का पैकेज राज्य को केंद्र की मदद की शुरुआत भर है और आने वाले दिनों में इस राशि का प्रभावी और कुशलता से उपयोग किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “जम्मू एवं कश्मीर राज्य की 15 से 20 फीसदी आबादी 1947 में आए शरणार्थियों की है और राज्य को दिया गया यह आर्थिक पैकेज उन शरणार्थियों और कश्मीर घाटी से विस्थापित कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास एवं पुनस्र्थापन के लिए भी है।”