उन्होंने कहा कि जब दिल्ली में सरकार किसी की जमीन लेती है तो पहले उससे पूछती है और बाजार की मौजूदा दर पर लेती है, इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी आदिवासियों से भी पूछकर उनकी जमीन ली जाए। विकास हो रहा है तो आदिवासियों का भी विकास हो।
राहुल गांधी बिलासपुर के चकरभाठा एयर स्ट्रिप में विशेष विमान से पहुंचे तो उनका कांग्रेसियों ने जमकर स्वागत किया। वहां से वह सीधे कोरबा जिले के मदनपुर रवाना हुए, जहां चौपाल लगाकर उन्होंने भू-विस्थापित ग्रामीणों से बात की।
ग्रामीणों की समस्याएं सुनने के बाद राहुल गांधी ने केंद्र और राज्य सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि यदि विकास की बात की जा रही है तो गरीबों को क्यों भटकना पड़ रहा है?
उन्होंने कहा, “हमारी कांग्रेस पार्टी गरीबों के साथ है, जमीन अधिग्रहण के नाम पर किसानों से उनकी जमीन छीनी जा रही है, हम इसके विरोधी हैं। यदि विकास की बात कर रहे हैं तो आदिवासियों और गरीबों का विकास करें। हम ऐसी सरकार चाहते हैं तो गरीबों का भला करें।”
राहुल ने ग्रामीणों से खुलकर चर्चा की और कहा कि कांग्रेस गरीबों की हक की लड़ाई लड़ती रहेगी। जंगल ही किसानों और आदिवासियों की जिंदगी है, यदि जंगल ही खत्म हो जाएगा तो लोगों की जिंदगी खत्म हो जाएगी। गरीब की कीमत पर विकास नहीं होना चाहिए।