अमृतसर, 25 अप्रैल (आईएएनएस)। अमृतसर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी व आवास तथा शहरी मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री हरदीप पुरी ने गुरुवार को कहा कि वह केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शहर की आवज बनना चाहते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं केंद्रीय मंत्रिपरिषद में हूं और मैं अमृतसर के लोगों से कहना चाहता हूं कि यदि आप चाहें तो मैं मंत्रिपरिषद में आपकी आवज बन सकता हूं।”
अपनी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद पहली बार अमृतसर आए पुरी ने मीडिया से कहा, “हम एक विजन डॉक्यूमेंट (अमृतसर के लिए) तैयार कर रहे हैं, जिसमें युवाओं के लिए शिक्षा, कौशल, रोजगार आदि से जुड़ी बातें शामिल हैं।”
अमृतसर संसदीय सीट के लिए पार्टी के उम्मीदवार के रूप में अपने चयन पर भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी ने कहा कि उनका लोकसभा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं था।
पुरी ने कहा, “मैंने (भाजपा नेतृत्व को) बताया था कि मैं यूपी (उत्तर प्रदेश) से निर्वाचित राज्यसभा सदस्य हूं और मेरे पास तीन और साल बचे हैं। मैंने कहा था कि मेरा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है और हाल तक मैं अपनी इसी बात पर कायम रहा।”
पुरी ने कहा, “लेकिन, पार्टी ने (मुझे चुनाव लड़ाने का) फैसला लिया और पार्टी हम सबसे ऊपर है। हम सभी को पार्टी का फैसला मानना होता है।”
उन्होंने कहा कि वह सीट को जीतने के लिए पूरा जोर लगाएंगे।
पुरी ने कहा, “क्षेत्र का होने और बाहरी होने वाली बात पर मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मैं अपने चेहरे से बाहरी व्यक्ति की तरह दिखता हूं? मैं बाहरी व्यक्ति क्यों हूं? जब राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ते हैं तो क्या वह स्थानीय दिखते हैं?”
अमृतसर सीट वर्तमान में कांग्रेस के पास है। मौजूदा सांसद गुरजीत सिंह औजला ने फरवरी 2017 में हुए उप चुनाव में अपने भाजपा प्रतिद्वंद्वी पर 1.97 लाख से अधिक मतों के साथ जीत हासिल की थी।
इस सीट पर 2014 के आम चुनाव में भाजपा के उम्मीदवार अभी के वित्तमंत्री अरुण जेटली थे। उन्हें तत्कालीन कांग्रेस उम्मीदवार और वर्तमान मेंपंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने एक लाख से अधिक वोटों से हारया था।
भाजपा ने यहां 2004, 2007 (उपचुनाव) और 2009 में तब जीत दर्ज की थी जब क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू उसके उम्मीदवार थे। जेटली के लिए सिद्धू को 2014 में भाजपा ने टिकट नहीं दिया लेकिन जेटली यह सीट हार गए।