भोपाल : कृषि की तरह शिक्षा के क्षेत्र में भी मध्यप्रदेश इतिहास रचे। मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने यह बात आज मंत्रालय में उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग की समीक्षा के दौरान कही। श्रीमती ईरानी ने कहा कि प्रदेश को शिक्षा का हब बनाने के लिये केन्द्र सरकार हरसंभव सहयोग करेगी।
श्रीमती ईरानी ने कहा कि मध्यप्रदेश में देश के नार्थ-ईस्ट के छात्रों के अध्ययन के लिये नीति बनायें। इस पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि इस संबंध में इसी सत्र में नीति बनाई जायेगी। श्रीमती ईरानी ने कहा कि परीक्षाओं में पारदर्शिता लाने के लिये राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन टेस्टिंग स्कीम बनाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समय-समय पर शिक्षकों का भी मूल्यांकन होना चाहिये। मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि प्रदेश के किसी ऐसे शिक्षाविद, जिसने शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया हो, लेकिन आज लोग उसे नहीं जानते हैं के बारे में जानकारी भेजें।
श्रीमती ईरानी ने कहा कि तकनीकी संस्थाओं में एग्रो बेस फूड प्रोसेसिंग सहित अन्य इंडस्ट्री के संबंध में भी प्रशिक्षण दिलवाने पर विचार किया जाये। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालयों में स्थापित महिला अध्ययन केन्द्रों को सशक्त किया जाये। श्रीमती ईरानी ने कहा कि प्रदेश में स्थापित बौद्ध विश्वविद्यालय में सार्क देशों के बच्चों को अध्ययन के लिये आमंत्रित किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हुए अच्छे कार्यों को पूरे देश में लागू किया जायेगा। देश में शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिये हावर्ड विश्वविद्यालय सहित अन्य प्रमुख विश्वविद्यालय से टाईअप किया जायेगा।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री गुप्ता ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्री के सकारात्मक सोच का लाभ प्रदेश को जरूर मिलेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय मंत्री ने जो सुझाव दिये हैं, उनका पालन किया जायेगा।
बैठक में प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा श्री संजय सिंह और प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा श्री जे.एन. कन्सोटिया ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी, अपर सचिव मानव संसाधन विकास श्रीमती अमिता शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।