मुंबई, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी ने ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के प्रमुख सुधींद्र कुलकर्णी पर स्याही फेंकने की सोमवार को निंदा की। कुलकर्णी पर यह हमला यहां कसूरी की पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम के विरोध में किया गया। कुलकर्णी ने इसका आरोप शिवसेना पर लगाया है।
घटना के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कसूरी ने कहा, “कुलकर्णी पर हुए हमले से मैं बेहद दुखी और नाखुश हूं। मैं उन्हें वर्षो से जानता हूं। मैं इसकी निंदा करता हूं। विरोध करने का अधिकार शांतिपूर्ण होना चाहिए और उन लोगों को विरोध के इस रूप में बदलाव लाना चाहिए।”
कसूरी ने कहा, “मैं शांति का पैगाम लेकर आया हूं। दोनों देशों की अधिकांश आबादी अमन चाहती है। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो भारत-पाकिस्तान के बीच अमन नहीं चाहते।”
उन्होंने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच रिश्ते मजबूत होने से दोनों देशों की जनता को लाभ होगा।
कसूरी ने पिछले दशक में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व मनमोहन सिंह के कार्यकाल में दोनों देशों के रिश्तों में आई प्रगति का भी जिक्र किया।
इससे पहले कुलकर्णी ने शिव सेना का नाम लेते हुए कहा था कि उसने नेहरू सेंटर को आयोजन को रद्द करने के लिए कहा था और चेताया था कि ऐसा नहीं करने पर वे शिवसेना की शैली में विरोध करेंगे।
कुलकर्णी ने संवाददाताओं से कहा, “शिवसेना को इस तरह की पाबंदी लगाने का कोई अधिकार नहीं है। हमने मजबूत रुख अपनाया है और आयोजन रद्द नहीं करेंगे।”
सायन पुलिस ने घटना को लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है और वह मामले की जांच कर रही है।
घटना की कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व अन्य मीडिया समूहों ने आलोचना की है। साथ ही सोशल मीडिया पर भी लोगों ने गुस्सा जताया है।
यह घटना उस वक्त हुई, जब दक्षिण मध्य मुंबई में सायन स्थित निवास से कुलकर्णी निकल रहे थे। कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और उनके चेहरे पर काली स्याही पोत दी।