लखनऊ , 13 जनवरी (आईएएनएस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तर प्रदेश इकाई ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर आरोप लगाते हुए कहा है कि किसान हितैषी बनने की जो बात उन्हें मंचों पर समझ में आती है, वह जमीनी स्तर पर क्यों नहीं आती।
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के किसान हितैषी दावों पर कहा कि घोषणा पत्र में वादा किया गया था कि किसान की उपज का लागत मूल्य निर्धारित करने के लिए एक आयोग का गठन किया जाएगा, जो तीन महीने में अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को देगा।
पाठक ने कहा कि 35 माह की अखिलेश सरकार हो गई और अभी तक आयोग का गठन क्यों नहीं किया गया। सरकारी खरीद का हाल भी बुरा है। जनता को बिचौलियों के सहारे छोड़ दिया है।
पाठक ने कहा कि अखिलेश सरकार में किसान आत्महत्या को मजबूर है। सरकार गठन से लेकर अब तक कर्जमाफी के वादे और दिलासों के बीच आर्थिक तंगी से किसान आत्महत्या कर रहे हैं। कालपी थाना क्षेत्र ग्राम महेबा के श्याम बाबू ने कर्ज के तगाते के भय से आत्महत्या कर ली।
भाजपा प्रवक्ता ने मृतक किसान के परिजनों को मुवाबजा देने की मांग करते हुए कहा कि सरकार बुंदेलखंड में कर्ज के बोझ से दबे किसानों की आत्महत्या रोकने के समुचित प्रयास करें।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।