बांदा, 1 मई (आईएएनएस)। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को बुंदेलखंड के बांदा जिला मुख्यालय के रायफल क्लब में एक किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि किसान बीमा योजना का सही क्रियान्वयन न होने से किसान खुदकुशी कर रहे हैं। ‘आमदनी बीमा योजना’ होनी चाहिए, ताकि फसल बर्बादी पर किसानों को सुनिश्चित सहायता मिल सके।
राजनाथ सिंह ने पहले बांदा मुख्यालय से सटे महोखर गांव जाकर बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की बर्बाद फसल को मौके पर देखा। इसके बाद रायफल क्लब मैदान में किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों का कर्ज माफ नहीं कर सकती, यह राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र में आता है।
उन्होंने अखिलेश सरकार पर तंज कसा कि चुनाव पूर्व किसानों के कर्ज माफ किए जा सकते हैं तो बाद में क्यों नहीं? किसान बीमा योजना का सही क्रियान्वयन न होने से किसान खुदकुशी कर रहे हैं। इस योजना का नाम बदल कर ‘आमदनी बीमा योजना’ किया जाना चाहिए। केंद्र सरकार चार महीने में इसका प्रारूप तैयार कर लेगी।
राजनाथ ने मध्यप्रदेश और हरियाणा के दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि वहां किसानों की अच्छी मदद की जा रही है। मध्यप्रदेश में किसानों का ब्याज माफ कर दिया गया है, ऐसा उत्तर प्रदेश सरकार भी कर सकती है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि यहां किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है, प्रधानमंत्री ने सही आकलन के लिए भेजा है। केंद्र सरकार राज्य सरकार को 27,000 करोड़ रुपये भेजती है, पहली किस्त के छह हजार करोड़ रुपये आ चुके हैं।