हैदराबाद, 10 जुलाई (आईएएनएस)। शराब के नशे में कार चला रहे एक युवक की कार से दबकर घायल हुई 10 साल की बच्ची नौ दिन बाद जिंदगी की जंग हार गई। बच्ची के परिवार और दोस्तों ने रविवार को उसे अश्रुपूर्ण विदाई दी।
नन्ही सी रमैया अपने स्कूल के पहले दिन के बाद अपने परिवार के साथ घर लौट रही थी, उसी समय एक तेज रफ्तार कार ने उसे रौंद दिया।
रमैया लगातार नौ दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद जिंदगी की जंग हार गई। उसके अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
इस हादसे में रमैया के साथ ही एक अन्य सदस्य को भी खो चुके परिवार ने दोषियों के लिए कठोर दंड की मांग की है।
हादसे में रमैया के चाचा (35) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि उसकी मां, दादा और एक अन्य चाचा गंभीर रूप से घायल हो गए।
रमैया के दादा मधुसूदन चारी अपनी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं, जबकि उसकी मां राधिका की स्थिति अभी भी गंभीर है और उनके कई फ्रैक्चर हुए हैं।
राधिका को एंबुलेंस से अस्पताल लाया गया था, ताकि वह अपनी बेटी को आखिरी बार देख सकें। वह अपनी बेटी का माथा चूमने के बाद बेहोश हो गई।
दुर्घटना एक जुलाई को बंजारा हिल्स इलाके में हुई थी, जब रमैया अपने परिवार के सदस्यों के साथ कार में घर लौट रही थी। सामने से आ रही एक कार, जिसे इंजीनियरिंग का एक छात्र शराब के नशे में चला रहा था, कार नियंत्रण खोकर डिवाइडर से टकरा गई और हवा में उछलकर रमैया और उनके परिवार की कार पर गिर गई।
सैंट्रो कार चला रहे रमैया के चाचा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
नशे में कार चला रहे श्रविल (20) को इस दुर्घटना में कोई चोट नहीं लगी, जबकि उसके साथ कार में मौजूद उसके पांच दोस्तों को मामूली चोटें लगीं। वे सभी एक सिनेमाघर से लौट रहे थे और नशे में थे।
श्रविल को गिरफ्तार कर लिया गया है और उस पर गैर इरादतन हत्या का आरोप लगाया गया है। पुलिस के मुताबिक, उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था और वह अपने एक दोस्त की कार चला रहा था, जिसके माता-पिता वकील हैं।
रमैया के पिता वेंकट राव खुद को संभाल नहीं पा रहे थे और उनकी गोद में बैठी उनकी छोटी बेटी उन पर आई इस विपदा की गंभीरता नहीं समझ पा रही थी।
रमैया के परिवार ने श्रविल और उसके दोस्तों के लिए कड़ी सजा की मांग की है।
वेंकट राव ने कहा, “वे छात्र नहीं हैं, वे हत्यारे हैं। उन्हें पछतावा भी नहीं है।”
श्रविल और उसके दोस्त केशव मेमोरियल इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र हैं। रमैया के परिवार ने कॉलेज से उनका दाखिला रद्द करने और सरकार से उनके पासपोर्ट जब्त करने और यह सुनिश्चित करने की मांग की है कि वे किसी अन्य कॉलेज में दाखिला न ले सकें।
तेलंगाना के उद्योग, सूचना प्रौद्योगिकी और नगर प्रशासन मंत्री के.टी. रामाराव ने अपने संक्षिप्त संदेश में कहा है, “रमैया के निधन पर दुख है। रमैया तुम्हारी आत्मा को शांति मिले। डीयूआई (शराब पीकर गाड़ी चलाना) सबसे निंदनीय कृत्य है।”