नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। केंद्र में सत्तासीन नरेंद्र मोदी सरकार ने जैसे ही एक साल पूरे किए, कांग्रेस पार्टी ने आक्रामक अंदाज में केंद्र सरकार पर हमले किए हैं। कांग्रेस पार्टी इसके लिए सिर्फ राहुल गांधी पर निर्भर नहीं है। देश की सबसे पुरानी राजनीति पार्टी ने मोदी सरकार पर हमले के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.चिदंबरम और ए.के.एंटनी को मोदी सरकार पर हमले के लिए लगाए हैं।
नई दिल्ली, 16 जून (आईएएनएस)। केंद्र में सत्तासीन नरेंद्र मोदी सरकार ने जैसे ही एक साल पूरे किए, कांग्रेस पार्टी ने आक्रामक अंदाज में केंद्र सरकार पर हमले किए हैं। कांग्रेस पार्टी इसके लिए सिर्फ राहुल गांधी पर निर्भर नहीं है। देश की सबसे पुरानी राजनीति पार्टी ने मोदी सरकार पर हमले के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी.चिदंबरम और ए.के.एंटनी को मोदी सरकार पर हमले के लिए लगाए हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आईएएनएस से कहा, “पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी सहित कांग्रेस का पूरा वरिष्ठ नेतृत्व इस दिशा में काम कर रहा है। पार्टी का नेतृत्व एकजुट है। यह देखकर अच्छा लग रहा है कि पार्टी का पूरा नेतृत्व एक साथ सामने आया है।”
संवाददाता सम्मेलनों के जरिए सरकार के पिछले एक साल के कामकाज पर हमला करने के लिए कांग्रेस ने वरिष्ठ नेताओं की फौज उतारी है, जिसमें लोकसभा और राज्यसभा में पार्टी के नेता क्रमश: मल्लिकार्जुन खड़गे, गुलाम नबी आजाद और पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम शामिल हैं।
यहां तक कि पूर्व रक्षा मंत्री एंटनी ने भी हाल ही में किए गए राफेल सौदे पर संवाददाता सम्मेलन में सरकार पर हमला किया।
दिल्ली में भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के कार्यक्रम में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने न सिर्फ स्वयं पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का बचाव किया, बल्कि मोदी सरकार की नाकामी को लेकर हमला भी किया।
हाल ही में कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन में भी मनमोहन ने सरकार पर यह कहते हुए हमला किया कि मोदी एक कुशल विक्रेता हैं, जो संप्रग सरकार की योजनाओं और नीतियों को ही पेश कर रहे हैं।
सुरजेवाला ने कहा कि जब मोदी सरकार ने एक साल पूरा किया था तो कांग्रेस पार्टी ने देशभर में 101 संवाददाता सम्मेलन आयोजित किए थे, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्रियों सहित पार्टी के समस्त वरिष्ठ नेताओं ने मीडिया को संबोधित किया था।
उन्होंने कहा, “कई नेता अखबारों में लिख रहे हैं। यहां तक कि पीसीसी के प्रमुख भी अपना काम कर रहे हैं।”
राजनीतिक विश्लेषक और वरिष्ठ पत्रकार एच.के.दुआ ने आईएएनएस से कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सामूहिक रूप से काम करने के लिए जाग गया है।