मिर्जापुर, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर संसदीय सीट पर कांग्रेस के ललितेश पति त्रिपाठी का मुकाबला केंद्रीय मंत्री व अपना दल नेता अनुप्रिया पटेल से है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह यहां से जीतेंगे क्योंकि जिले के औद्योगिक विकास का जो वादा किया गया था, वह पूरा नहीं हुआ है।
मिर्जापुर, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश की मिर्जापुर संसदीय सीट पर कांग्रेस के ललितेश पति त्रिपाठी का मुकाबला केंद्रीय मंत्री व अपना दल नेता अनुप्रिया पटेल से है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह यहां से जीतेंगे क्योंकि जिले के औद्योगिक विकास का जो वादा किया गया था, वह पूरा नहीं हुआ है।
ललितेश पति त्रिपाठी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कमलापति त्रिपाठी के परपौत्र हैं।
उन्होंने आईएएनएस से एक मुलाकात में कहा, “केंद्रीय मंत्री होने के बावजूद अनुप्रिया ने जिले के लिए कुछ नहीं किया और इसकी उपेक्षा की।”
उन्होंने कहा कि मिर्जापुर के लोगों में यह अहसास है कि पांच साल तक सत्ता में रहने के बावजूद अनुप्रिया ने शिक्षा, स्वास्थ्य या किसी भी क्षेत्र में कोई काम नहीं किया।
अनुप्रिया पटेल केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा, “केंद्र और राज्य की भाजपा सरकारों ने लोगों से औद्योगिक विकास का वादा किया था जो पूरा नहीं किया गया। इसके उलट सरकार की नीतियों की वजह से कालीन, पीतल बर्तन व पत्थर उद्योग पर ताला लग रहा है।”
मिर्जापुर अपने कालीन उद्योग व पीतल बर्तन उद्योग के लिए जाना जाता है। जिले का एक छोटा शहर चुनार अपने पत्थर विनिर्माण के लिए जाना जाता है।
त्रिपाठी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, “2014 में मोदीजी यहां आए थे। उन्होंने कहा था कि मिर्जापुर के उद्योगों को शुरू करवाया जाएगा। क्या वह बता सकते हैं कि कितने उद्योग यहां शुरू हुए हैं? केंद्र के साथ राज्य में भी भाजपा सरकार होने के बावजूद मिर्जापुर के साथ अन्याय किया गया है।”
यह पूछने पर कि क्या कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की मिर्जापुर यात्रा ने यहां के चुनाव की दिशा बदली है, त्रिपाठी ने कहा, “उन्होंने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत में ही मिर्जापुर से एक स्पष्ट संदेश दिया।”
वह प्रियंका की 140 किमी लंबी गंगा नौका यात्रा का जिक्र कर रहे थे जो प्रयागराज से शुरू होकर मिर्जापुर होते हुए वाराणसी तक गई थी।
त्रिपाठी ने कहा कि वह नदी किनारे के कई गांवों में गईं और सरकार की ‘जनविरोधी नीतियों’ के खिलाफ लोगों को जागरूक किया।
कांग्रेस नेता ने कहा कि समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद बाल कुंवर पटेल के कांग्रेस में शामिल होने से उनकी चुनावी संभावनाएं मजबूत हुई हैं। पटेल कुर्मी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं जिसके मतदाता बड़ी संख्या में इस इलाके में रहते हैं।
मिर्जापुर में मतदान चुनाव के आखिरी चरण में 19 मई को होगा।